पाठकों के पत्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर हाल ही में लगभग 71 हजार बेरोजगार युवाओं को जो नौकरी के नियुक्ति पत्र प्रदान किए, उस पर सभी की अपनी-अपनी प्रतिक्रिया हो सकती है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने पिछले साल धनतेरस के सुअवसर पर भी लगभग 75 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए थे। लेकिन सरकार

हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य है। यहां उच्च शिक्षा के स्कूल गांवों से बहुत दूर हैं। लेकिन फिर भी यहां के बच्चे लडक़े-लड़कियां उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए उन स्कूलों में जाते हैं। खासकर आज से कई साल पहले बच्चे दूर-दूर तक पढऩे जाते थे। लेकिन अफसोस कि आज बच्चों को सारी सुविधाएं उपलब्ध

अब और भी जरूरत इस बात की है कि स्कूली पाठ्यक्रम में नैतिकता को गंभीरता से शामिल किया जाए, बच्चों को बचपन से असफलताओं से घबराना नहीं, बल्कि उनका मुकाबला करना सिखाया जाए, क्योंकि भावी पीढ़ी में आत्मविश्वास की कमी हो रही है और जिंदगी की छोटी छोटी मुश्किलों से ही घबराकर आत्महत्या करने जैसा

हमारे देश में बहुत से विश्वविख्यात पर्यटन स्थल हैं। इनमें हिमाचल का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। यहां धर्मशाला में क्रिकेट स्टेडियम भी लोगों के आकर्षण का केंद्र है। धर्मशाला के क्रिकेट स्टेडियम में आईपीएल के दो मैच 17 और 19 मई को खेले जाने हैं। इन मैचों के धर्मशाला में होने से दुनिया

हिमाचल और कर्नाटक राज्यों के चुनाव नतीजों में कांग्रेस की बड़ी जीत और भाजपा की बड़ी हार से देश में कुछ न कुछ संदेश का जाना स्वाभाविक है। इस संदेश का कुछ राज्यों में होने वाले चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव में कितना असर पड़ सकता है, इसे समय पर छोडऩा बेहतर रहेगा, लेकिन इन

उस देश का, उस देश की जनता का क्या भविष्य हो सकता है, यह कहा नहीं जा सकता है, खासकर जिस देश का मीडिया कथित तौर से नियम कानून को ठेंगा दिखा कर जनता को सच्चाई नहीं दिखाता हो, सच्चाई पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश होती हो, पक्षपाती रवैया अपनाया जाता हो, संवैधानिक पदों

जिंदगी का सबसे कीमती और सुनहरी समय विद्यार्थी जीवन होता है। जो इस समय का उचित और सही प्रयोग कर लेते हैं, वो निरंतर ही जिंदगी की कामयाबी की मंजिल को पाते ही जाते है। आजकल विभिन्न शिक्षा बोर्ड के परीक्षा परिणाम आ रहे हैं, दसवीं और बारहवीं कक्षा के मुख्य तौर पर। इनमें बहुत

पाकिस्तान में वहां के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद माहौल बहुत ही खराब है। वहां एक तो पहले ही सरकार की गलत नीतियों के कारण लोग महंगाई से परेशान थे, अब वहां हिंसा महंगाई के जख्मों पर नमक छिडक़ रही है। जब पाकिस्तान में प्रधानमंत्री का चुनाव था, तब चुनाव प्रचार में

कितनी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि भारत को इस बार मीडिया स्वतंत्रता तालिका में 180 देशों में 161वें पायदान का स्थान मिला है। ऐसा लगता है कि देश में दो तरह का मीडिया है, एक मीडिया वह है जो मीडिया संभवत: एथिकल कोड्स को ठेंगा दिखा कर समाचारों, विचारों, मीडिया ट्रायल का प्रसारण करता है जिसको