वैचारिक लेख

उनकी क्लास के कुछ बच्चे स्कूल के बाद ट्यूशन पढऩे चले जाते हैं, कुछ बच्चे डे-केयर सेंटर में चले जाते हैं और स्कूल में जितना समय बिताते हैं, उतना अपने मां-बाप के साथ भी नहीं बिता पाते। वे अलग-अलग बच्चों का, उनके स्वभाव का, उनकी खूबियों का और उनकी समस्याओं का आकलन करती हैं। यही नहीं, पेरेंट-टीचर मीट के समय बच्चों के मां-बाप के साथ घुलमिल कर बच्चों के बारे में और जानकारी लेकर सभी बच्चों की जरूरतों के मु

सरकार को लोकप्रियता पाने से दूर रहकर नए करों को लागू करना चाहिए, ताकि उसके खजाने में टैक्स से आवश्यक धनराशि आए। वहीं यह भी यकीनी बनाना होगा कि सभी व्यापारी ग्राहकों द्वारा खरीदी गईं वस्तुओं पर लागू वैट और जीएसटी को सही तरीके से सरकार के खाते में जमा करवाएं। सरकार द्वारा लागू की जाने वाली योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचे, इसके लिए प्रचार-प्रसार की जरूरत है...

उन्होंने हमें अच्छी तरह समझा दिया है कि हमारा भला अपना किसी किस्म का अधिकार मांगने में नहीं है। हम तो पीढिय़ों से वंचित, पिछड़े हुए और भूखे नंगे लोग हैं। अकाल से लेकर भूचाल तक अपने सींकिया बदन पर सहते आए हैं। हमें इससे पहले कभी कुछ नहीं मिला, तो आज अपनी मेहनत के लिए मांगने, उसका पूरा मूल्य चाहने का यह शौक कैसे पाल लिया? अरे पालना ही था तो कोई इज्जतदार शौक पालते। तीतर बटेर लड़ाने

प्रधानमंत्री मोदी की मजबूत प्रतिबद्धता में से एक किसानों का सशक्तिकरण है। किसानों को सशक्त बनाना व उनकी आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करना प्रधानमंत्री की ग्रामीण भारत की बेहतरी के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता है, जो भारत की अधिकांश आबादी को सशक्त बनाने और किसान समुदायों के उत्थान के लिए समर्पित हैं। समावेशी विकास पर एक मजबूत ध्यान देने के साथ, उनकी नीतियों और कार्यक्रमों को ग्रामीण और शहरी भारत की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और नीम-लेपित यूरिया उर्वरक को बढ़ावा देने जैसी पहलों को लागू करके, मोदी ने कृषि क्षेत्र

देश में हर महीने तस्करी के जरिए करीब पांच टन सोना आ रहा है। वर्ष 2012-13 में सोने की तस्करी से जुड़े 870 मामले सामने आए थे और सौ करोड़ का सोना जब्त किया गया था। देश के सभी हवाई अड्डों पर तस्करी रोकने के लिए कस्टम विभाग है। इसके अलावा स्थानीय पुलिस भी चौकसी रखती है। देश के बंदरगाहों और समुद्री सीमा पर तस्करों पर निगाह रखने के लिए पुलिस के साथ जलसेना भी है। जिन सफेदपोश जमाखोरों का कालाधन विदेशों में जमा है, वे भी अपने कालेधन को सोने में बदलने लगे हैं। खाड़ी देशों और कालाधन से अर्थव्य

जब भी कहीं किसी को कोई भी पुरस्कार, तिरस्कार मिलता है, मेरी छाती पर पुरस्कार लोटने लगते जाते हैं। कारण, मैं लेखन प्रेमी कम पुरस्कार प्रेमी अधिक हूं। मैंने आज तक जो कुछ भी लिखा, पुरस्कार पाने की इच्छा से ही लिखा। पर पुरस्कार और मेरे बीच पता नहीं क्यों सैंतीस का आंकड़ा है। महीना पूर्व मुझे पुरस्कार न मिलने की वजह माने हुए पुरस्कारनिवेशी पंडित जी ने मेरे लेखन पर अफसरों की साढ़साती बताया, तबसे

गौरतलब है कि कर्मचारियों का योगदान इस योजना में वेतन का 12 प्रतिशत रखा गया था। इस संबंध में जिन कर्मचारियों की पात्रता पाई गई, उनके संबंध में उन्हें डिमांड नोटिस जारी कर दिए गए। गौरतलब है कि इस संबंध में विकल्प उन्हीं कर्मचारियों द्वारा भरे जा सकते हैं, जो 1 सितंबर 2014 को अथवा उससे पूर्व सेवा में थे। इस संबंध में 17.5 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं। कर्मचारियों को पेंशन में वृद्धि हेतु कुछ समय लग सकता है...

अब लोकसभा चुनाव से पूर्व जिस प्रकार पांच भारत रत्न पुरस्कारों की घोषणा हुई है उसने निश्चित रूप से देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान की उच्च गरिमा को ध्वस्त किया है। नागरिक पुरस्कारों के लिए समितियां बनें...

आर्यावर्त में पिछली सरकार अपने अभूतपूर्व क्रांतिकारी शासन काल में राम राज्य की परिकल्पना को धरातल पर सौ फीसदी साकार कर चुकी थी। आर्यावर्त विश्वगुरू के पायदान पर दृढ़ता से काबिज हो चुका था। देश में एक इंच की गुंजाइश भी बाकी न थी, जहां नई केन्द्र सरकार अपने कुशल, गतिशील, ओजस्वी, पारदर्शी और दिग्संचालित शासन से आर्यावर्त को विश्व गुरू के दरजे से आगे बढ़ाते हुए ब्रह्मांड गुरू बना सकती। उसे अ