वैचारिक लेख

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार सरकार की ओर से एनआरसी यानी नेशनल रजिस्टर ऑफ  सिटिजन्स का विस्तार करके इसे देश भर में लागू करने की योजना है, इसी तरह नागरिकता संशोधन विधेयक और एक सामान्य सिविल कोड भी लाया जाएगा, इसके अलावा सर्वोच्च न्यायालय में राम जन्म भूमि विवाद की सुनवाई पूरी हो चुकी है और

कर्म सिंह ठाकुर  लेखक, मंडी से हैं प्राचीन समय में हिमाचल देवों की कर्मस्थली रहा है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में प्रदेश इतना प्रदूषित हो गया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को प्राकृतिक संपदा को बचाने के लिए आगे आना पड़ रहा है। प्रदेश में देश की महज 0.57 प्रतिशत जनसंख्या रहती है। इस दृष्टि से हिमाचल के

सुरेश सेठ साहित्यकार मित्रो, आज फिर आपसे संवाद करने का शुभ अवसर प्राप्त हो रहा है। सच जानिए जब-जब आपसे अपनी बात साझा करने का मौका मिलता है, मन गदगद हो उठता है। मेरे मन की आंखों के आगे घूमने लगते हैं, आपके वे आतुर और व्याकुल चेहरे जो केवल इस सभागार में ही मुझे

डा. वरिंदर भाटिया पूर्व कालेज प्रिंसीपल  पाकिस्तान गुरुद्वारा के दर्शनार्थ जाने वाले भारतीय श्रद्धालुओं से सेवा शुल्क के रूप में 20 डालर वसूल करने पर अड़ा है। एक केंद्रीय मंत्री ने भी कहा है कि पड़ोसी देश आस्था के नाम पर कारोबार कर रहा है। पाकिस्तान द्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए 20 डालर

हरि मित्र भागी लेखक, धर्मशाला से हैं फिर भी अभी तक यह वृद्धि मूल वेतन में क्यों लागू नहीं की गई? सरकार को इस विषय में शीघ्र ही निर्णय लेना चाहिए। पेंशनर वरिष्ठ नागरिक भी होते हैं, इसलिए यह मांग भी है कि उनका चिकित्सा भत्ता कम से कम एक हजार रुपए किया जाए। जो

अशोक गौतम साहित्यकार इससे पहले कि मैं उनके भन्नाने का कारण पूछता वे ही बोले, ‘यार! हद हो गई! कैसे लोग हैं ये? पहनते सफेद झक कुर्त्ता- पाजामा हैं और….’ ‘ये कौन? ‘जिन्होंने मुझे खरीदा था। पेमेंट के वक्त वो मेरे साथ धोखा कर गए।’ ‘मतलब, आप भी बिके थे,’ पहली बार किसी नेता के

भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक उद्यमी के लिए पहला विषय होता है कि बाजार में माल की मांग है या नहीं। यदि बाजार में माल की मांग होती है तो वह येन-केन प्रकारेण पूंजी की व्यवस्था कर फैक्टरी लगाता ही है। इसके विपरीत यदि बाजार में मांग नहीं है तो वह ब्याज दर कम होने पर

शरद गुप्ता लेखक, शिमला से हैं बागबानी क्षेत्र में विविधताओं की अपार संभावनाओं को देखते हुए, आज आपका ध्यान एक ऐसे फल की ओर आकर्षित करना चाहूंगा जो बागबानों की आय को कई गुना तक बढ़ा सकता है। वर्तमान में इस फल को विदेशों से आयातित किया जा रहा है, जिसकी कीमत भारतीय बाजारों में

अजय पाराशर लेखक, धर्मशाला से हैं पंडित जॉन अली बापू के ऐसे अनुयायी हैं, जिन्हें उनके नाम पर कोई भी बरगला सकता है। बापू का नाम सुनते ही इमोशनल हो जाते हैं। खुद भले ही जींस में घूमते हों, लेकिन गांधी जयंती पर सूत कातना नहीं भूलते। उनका चरखा गांधी जयंती से दो दिन पहले