कंचन शर्मा

कंचन शर्मा लेखिका शिमला से हैं 14 अप्रैल को कोरोना वायरस के खिलाफ  जारी जंग में लॉकडाउन की अवधि तीन मई तक बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धैर्य व नियमों के पालन का आह्वन किया व राष्ट्र के नाम संदेश देते हुए सात बातों में देशवासियों का सहयोग मांगा जिसमें से चतुर्थ अहम बात

कंचन शर्मा लेखिका शिमला से हैं हमारे देश ही क्या पूरे विश्व में चिकित्सकों को भगवान का रूप माना गया है और कोरोना वायरस के इस विश्व युद्ध में आज हमारी सेना नहीं अपितु चिकित्सक लड़ रहे हैं। चिकित्सक अपने परिवार से दूर रहकर अपनी जान की परवाह किए बगैर कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं प्रशासन व प्रदेश सरकारों ने भी लॉकडाउन में फंसे आवाम की हर सुख-सुविधा का ध्यान रखा, लेकिन 21 दिन के इस लंबे अंतराल में फंसे हुए लोगों के लिए उनके परिजन चिंतित हैं। हालांकि मध्यम वर्ग के साथ निम्न वर्ग, गरीबी रेखा से नीचे के लोग, दिहाड़ीदार, मजदूरों ने

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं   इस कर्फ्यू के समय में जल शक्ति विभाग बहुत सी मुश्किलों के बावजूद दिन-रात पानी की बहाली में सुचारू रूप से डटा है। प्रशासन का भी बराबर सहयोग है। कर्फ्यू पास, पहचान कार्ड फील्ड स्टाफ  को दिए जा रहे हैं, बावजूद इसके उपमंडल ऊहल के कर्मचारियों  के साथ

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं जनता कर्फ्यू के बावजूद हमारे डाक्टर,  पुलिस, मिलिट्री, भिन्न-भिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, पत्रकार, राशन, दूध, मेडिकल शाप में अनेक वालंटियर अपनी जान जोखिम में डालकर  मानवता की सेवा में लगे हैं, उनको हम सबका शत-शत नमन। क्योंकि ‘जल’  धरती पर जीने के लिए सबसे आवश्यक तत्त्व है और

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं यह जानना बहुत आवश्यक है कि यह वायरस कहीं भी मौजूद हो सकता है। जहां हाथ लगने पर यह हमसे चिपक सकता है और फिर हाथों के जरिए मुंह, आंखों के रास्ते शरीर में प्रवेश पा सकता है। इसलिए अत्यावश्यक है कि बार-बार अपने हाथों को धोया जाए और

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं 73वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  जल संकट का उल्लेख करते हुए ‘जल जीवन मिशन’ की उद्घोषणा  की व देश की जनता से इसे स्वच्छता अभियान की तरह राष्ट्रव्यापी अभियान बनाने और केंद्र व राज्य सरकारों को एक साथ मिलकर इस मिशन

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं ‘जनमंच’ हिमाचल प्रदेश सरकार का एक अनूठा कार्यक्रम है, जो आमजन, सरकार के प्रतिनिधि व हर विभाग के अधिकारियों से सीधा संपर्क करने का पारदर्शी माध्यम बना है। कहने में अतिशयोक्ति नहीं कि ‘जनमंच’ ने किसी न किसी स्तर पर हर विभाग को जहां मुस्तैदी से कार्य करने के

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं हैदराबाद गैंगरेप व हत्या की विभत्स घटना से देश भर में उपजा आक्रोश चारों अपराधियों की एनकाउंटर में हुई मौत से आमजन में अन्याय से निपटने की उम्मीद जागी है। पुलिस की भाषा में कहूं तो यह एनकाउंटर रेपिस्टों का नहीं बल्कि कस्टडी में उन अपराधियों का था जिन्होंने