बिकवाली से बाजार धड़ाम

By: Dec 22nd, 2018 12:06 am

सेंसेक्स में 689 अंकों की गिरावट, निफ्टी 10754 पर काबिज

मुंबई -अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अनिश्चित रुख और वैश्विक आर्थिक विकास की धीमी पड़ी रफ्तार के बावजूद अमरीकी फेडरल रिजर्व द्वारा अगले साल समान गति से ब्याज दर बढ़ाए जाने के संकेत देने से अमरीकी शेयर बाजार के साथ दुनिया भर के अधिकतर बाजारों में गिरावट हावी रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को 689.60 अंक की तेज गिरावट के साथ 35742.07 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 197.70 अंक लुढ़ककर 10754.00 अंक पर बंद हुआ। श्रीट्रंप ने अमरीकी सरकार की फंडिंग पर तब तक हस्ताक्षर करने से मना कर दिया, जब तक दक्षिण पश्चिमी सीमा पर बाड़ लगाने के लिए पांच अरब डालर के विधेयक को पारित नहीं किया जाता है। श्रीट्रंप के इस कदम से अमरीकी सरकार पर शटडाउन का संकट मंडराने लगा है। इसी बीच सीरिया से अमरीकी सैनिकों को हटाने के उनके निर्णय के खिलाफ अमरीका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने भी गुरुवार को पद से इस्तीफा दे दिया था। अमरीका में जारी इस उथलपुथल से निवेशकों में अफरातफरी मच गई है। फेड रिजर्व ने इस साल चौथी बार ब्याज दर बढ़ाए जाने की घोषणा की और साथ ही अगले साल भी समान गति से ब्याज दर बढ़ाए जाने के संकेत दिए हैं। ब्याज दर बढ़ाए जाने की स्थिति में निवेशकों का रुझान जोखिम भरे निवेश में घट जाता है। अमरीकी सरकार पर शटडाउन पर खतरा मंडराने लगा है, जिससे आईटी और टेक क्षेत्र में भारी गिरावट रही। आईटी क्षेत्र का सूचकांक 2.62 प्रतिशत और टेक का 2.60 प्रतिशत गिर गया। बीएसई के सभी 20 समूहों के सूचकांक में गिरावट दर्ज की गई। यूरोपीय बाजारों में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.23 प्रतिशत और जर्मनी का डैक्स 0.51 प्रतिशत की गिरावट में रहा। एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 1.11 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.79 प्रतिशत की गिरावट में बंद हुआ, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.07 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगशैंग 0.51 प्रतिशत की तेजी में बंद हुआ।


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