भारत आया था हेडली का आका
अमरीकी मूल के लश्कर-ए-तोएबा आतंकवादी डेविड हेडली का आका जब 2005 में भारत-पाक क्रिकेट मैच देखने के बहाने राजधानी में आया था, तो उसने यहां की टोह ली थी। इस बात का खुलासा एक जांच रिपोर्ट में किया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की पूछताछ के दौरान जानकारी देते हुए हेडली ने कथित तौर पर कहा कि उसका आका साजिद माजिद एक अन्य लश्कर आतंकवादी अब्दुर रहमान हाशिम उर्फ पाशा के साथ 2005 में भारत आया था और इसके लिए उसने एक दिवसीय क्रिकेट मैच को आड़ बनाया था। दिल्ली में 17 अप्रैल, 2005 को खेला गया यह मैच ऐतिहासिक था, क्योंकि इसमें पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ भी वीवीआईपी दर्शक दीर्घा में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मैच का आनंद ले रहे थे। भारत इस मैच में 159 रन से हार गया था। हेडली के हवाले से एनआईए की 106 पन्नों की रिपोर्ट में बताया गया है कि साजिद ने जाहिर है कि मुझे इस यात्रा के बारे में कुछ नहीं बताया था। हालांकि अब्दुर रहमान ने अप्रैल, 2005 में भारत के इस दौरे के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी थी। शिकागो में एक सप्ताह की अवधि में करीब 34 घंटे की पूछताछ के बाद तैयार की गई यह रिपोर्ट 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों में निशाना बनाए गए सभी स्थानों का मुआयना करने वाले हेडली के हवाले से कहती है कि साजिद और रहमान वाघा सीमा के रास्ते भारत आए थे। हेडली ने जांचकर्ताओं को बताया था कि दोनों ने कुछ वक्त दिल्ली मेंबिताया, जिस दौरान उन्होंने यहां राष्ट्रीय रक्षा कालेज समेत कुछ स्थानों की टोह ली और संभवतया देहरादून की राष्ट्रीय सैन्य अकादमी भी गए थे। एनआईए के सवालों का जवाब देते हुए हेडली ने कहा था कि रहमान ने इस बात को याद किया कि वापसी के दौरान वाघा सीमा पर साजिद बहुत घबराया हुआ था। 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों में साजिद और अब्दुर रहमान की भूमिका को देखते हुए हाल ही में दोनों के खिलाफ भारत के अनुरोध पर इंटरपोल की तरफ से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है। 34 वर्षीय साजिद करीब 16 साल से लश्कर से जुड़ा हुआ है और हेडली के अनुसार वह लाहौर में हवाई अड्डे के पास रहता है। हेडली ने बताया कि साजिद को एक बार दुबई में गिरफ्तार किया गया था और वह अपने लश्कर से संपर्कों के चलते बाहर हो गया। हेडली के आका ने प्लास्टिक सर्जरी कराई थी और उसे कम्प्यूटरों की अच्छी जानकारी थी।