105 बसें जाम,365 कर्मियों ने छोड़ा काम
नाहन – केंद्र सरकार द्वारा लाए गए सड़क सुरक्षा विधेयक 2014 के विरोध में गुरुवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के पहिए पूर्ण रूप से जाम रहे। इस दौरान जिला सिरमौर में एचआरटीसी की 105 बसें जहां पूर्ण रूप से खड़ी रहीं, वहीं निगम के विभिन्न श्रेणी के करीब 365 कर्मी पूर्ण रूप से हड़ताल पर रहे। इस दौरान निगम के कर्मियों ने किसी भी प्रकार का कोई विभागीय कार्य नहीं किया तथा केंद्र सरकार के खिलाफ अपना रोष जताया। दिन भर यात्रियों को जबरदस्त परेशानी का सामना करना पड़ा तथा स्थानीय व लांग रूट की एचआरटीसी की बसों के न मिलने से यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। हिमाचल पथ परिवहन निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के बैनर तले हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम नाहन क्षेत्र की जेसीसी द्वारा 24 घंटे की हड़ताल के तहत चक्का जाम किया गया। कर्मचारियों ने बस पड़ाव नाहन पर इस दौरान धरना प्रदर्शन किया तथा केंद्र सरकार के सड़क सुरक्षा विधेयक 2014 का जमकर विरोध किया।
सुरक्षा के लिए खतरा
सड़क सुरक्षा कानून 1983 के स्थान पर जो नया विधेयक लाया जा रहा है वह पूर्ण रूप से परिवहन अधिकारों व सुरक्षा के लिए खतरा है। नए विधेयक में दुर्घटना की स्थिति में चालक को तीन लाख रुपए सात साल की सजा का प्रावधान किया जा रहा है। हाथ से सरकारी परिवहन उद्यमों को प्राधिकरण को दिए जाने का भी प्रावधान है, जिससे देश भर में परिवहन कर्मी इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं
सड़क सुरक्षा विधेयक का विरोध
इस अवसर पर इंटक के सचिव नासिर मोहम्मद, चालक-परिचालक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी सुखराम ठाकुर, संयुक्त संघर्ष समिति के महासचिव कन्हैया लाल कौशिल, कार्यालय एसोसिएशन के जसवंत ठाकुर, एटक के सुरेंद्र सिंह, बीएमएस के प्रधान सुरेश शर्मा सहित सीटू के जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ठाकुर आदि ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों को संबोधित किया। इस अवसर पर सभी कर्मचारी नेताओं ने कहा कि कर्मचारियों के साथ-साथ सीटू भी सड़क सुरक्षा विधेयक का पूरी तरह से विरोध करती है। प्रकार का कोई विभागीय कार्य नहीं किया तथा केंद्र सरकार के खिलाफ अपना रोष जताया।