कदम-कदम पर धोखा नहीं छोड़ रहे कोई मौका
शिमला — शिमला में पर्यटक सीजन शुरू होते ही फर्जी ट्रैवल एजेंट व सड़क छाप गाइड सक्रिय हो गए हैं। पर्यटक नगरी में सक्रिय हुए ये सड़क छाप गाइड प्रवेश द्वार पर पहुंचते ही पर्यटकों को लूटना शुरू कर रहे हैं। पहले पर्यटकों को फर्जी गाइड सस्ते होटल का झांसा देकर लूट रहे हैं। खासकर पर्यटकों को उन होटलों में जबरन ले जाया जा रहा है ,जहां पर फर्जी गाइड को पहले से ही कमरा लगाने के एवज में होटल मालिक द्वारा कमीशन तय होती है।फर्जी गाइड के बाद पर्यटक टैक्सी चालकों के चंगुल में फंस रहे हैं। टैक्सी चालक पर्यटक स्थलों व साइड सीन पर घुमाने के नाम पर भी पर्यटकों को लूट रहे हैं। यदि कोई पयर्टक इसका विरोध करते हैं, तो समझो उसकी शामत आ गई। पर्यटकों के साथ मारपीट करने में भी यह टैक्सी चालक देरी नहीं करते। पर्यटक बेचारे जाएं, तो जाएं कहां। पुलिस में शिकायत करें, तो पुलिस औपचारिकता पूरी कर कार्रवाई का आश्वासन देती है या फिर मामले को सुलझा-बुझा कर रफा-दफा करना ही बेहतर समझती है। पर्यटक निगम के अनुसार राजधानी में पंजीकृत गाइड की संख्या 90 ही है, जबकि इन दिनों 400 से अधिक फर्जी गाइड शिमला में पर्यटकों को लूट रहे हैं।
टैक्सी ऑपरेटर तक पहुंचने नहीं देते
प्रदेश सरकार द्वारा अधिकृत टैक्सी ऑपरेटर यूनियन तक पर्यटकों की सड़क छाप गाइड पहुंचने ही नहीं देते। जाखू, कुफरी फागू, हंसनवैली व नालदेहरा की हसीनवादियों को निहारने के लिए पर्यटक शिमला में फर्जी गाइड के आगे लाचार हो रहे हैं। पर्यटक स्थल पर पहुंचने पर सैलानियों को जबरन घोड़ों पर बिठा दिया जाता है। जहां इन फर्जी गाइडों व दलालों को घोड़ों वालों से पहले की कमीशन तय होती है। दिल्ली से आए एक पर्यटक जोड़े ने बताया कि शिमला में टैक्सी चालकों द्वारा कम दूरी का भी अधिक पैसा वसूला जा रहा है।
गाइड्स को आई कार्ड दे पर्यटन निगम
पंजाब से आए एक पर्यटक जोड़े ने बताया कि प्रवेश द्वार पर पहुंचते ही सैकड़ों गाइडों का सामना करना पड़ता है। बस स्टैंड से निकलें, तो मालरोड पर फोटोग्राफर, घोड़े वाले व टैक्सी दलालों द्वारा ठगने का प्रयास किया जाता है। पर्यटकों को कैसे पता चलेगा कि कौन सा गाइड फर्जी है। पर्यटन निगम को चाहिए कि वह पंजीकृत गाइड को आई कार्ड दें और उसे सामने लगाने के निर्देश दें, ताकि पता चल सके कि ये पंजीकृत गाइड हैं। होटल व ढाबों में गंदगी देख पर्यटक भी परेशान हैं। जिला प्रशासन का पर्यटन सीजन पर कारोबार करने वाले किसी भी कारोबारी पर कंट्रोल नहीं है।