अंधेरे में बीती कुल्लू की रात

भुंतर – जिला में पहले भारी हिमपात ने ही बिजली महकमे को करंट लगा दिया है। शुक्रवार देर रात हिमपात होते ही बत्ती गुल हो गई। लिहाजा, लोगों को दिसंबर, 2014 की याद आ गई, जब हिमपात ने कुल्लू में ब्लैकआउट करवा दिया था। शुक्रवार देर शाम को गुल हुई बत्ती घाटी के कई दुर्गम इलाकों मंे शनिवार को भी गुल रही। बिजली न होने से लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालांकि यह सीजन का पहला बड़ा हिमपात माना जा रहा है और लोगों को चिंता सता रही है कि आने वाले दो माह में अगर हिमपात का सिलसिला जारी रहा तो अन्य कई दिन और रातें अंधेरे में काटनी पड़ सकती है। बता दें प्रदेश के अग्रणी समाचार पत्र ‘दिव्य हिमाचल’ ने दिसंबर माह में बिजली विभाग की सुस्त आपदा तैयारियों का खुलासा किया था और जिलावासियों को अंधेरे में रहने के लिए अलर्ट कर दिया था। हालांकि दोपहर बाद कुछ स्थानों पर बिजली आई, लेकिन दिन भर बिजली की आंख-मिचौनी लोगों को परेशान करती रही। जानकारी के अनुसार रूपी-पार्वती घाटी सहित अन्य इलाकों के दुर्गम क्षेत्रों में दिन भर बिजली की लाइनों के क्षतिग्रस्त होने से बिजली गुल रही और लोगांे को परेशानी का सामना करना पड़ा। ऊंचे इलाकों में पानी की दिक्कत भी लोगों को पेश आई। जिला में बर्फ की आपदा से निपटने के लिए लोक निर्माण विभाग-आईपीएच और बिजली महकमे को सबसे ज्यादा निर्देश मिले हैं। जिलावासियों ने विभाग और प्रशासन से मांग की है कि बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के सख्त निर्देश विभाग को दिए जाएं। कुल्लू के उपायुक्त यूनुस खान का कहना है कि संबंधित विभाग को निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि लोगों को परेशानी न हो।