ऑनलाइन होगी धर्मपुर सब्जी मंडी

धर्मपुर – विनियमन सब्जी उपमंडी धर्मपुर जल्द ही ऑनलाइन होगी। इससे दूर-दूर से आने वाले आढ़तियों, कृषकों व बागबानों को फायदा होगा। मंडी के ऑनलाइन होने पर आढ़तियों को आने वाले समय में काफी फायदा होगा और आढ़ती राष्ट्रीय कृषि बाजार से जुड़ेंगे। इसी के तहत राष्ट्रीय कृषि बाजार के अंतर्गत कृषि उपज मंडी समिति सोलन द्वारा एकदिवसीय कृषक जागरूकता कार्यक्रम विनियमन उप सब्जी मंडी धर्मपुर में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में कृषि उपज मंडी समिति सोलन के सचिव प्रकाश कश्यप विशेष रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम में धर्मपुर व इसके आसपास क्षेत्र के लगभग 300 से ज्यादा कृषकों, बागबानों व आढ़तियों ने भाग लिया। कृषि उपज मंडी समिति द्वारा कार्यक्रम में मौजूद किसानों, बागबानों व आढ़तियों को बताया गया कि पंजीकरण करके उन्हें राष्ट्रीय कृषि बाजार के पोर्टल से जोड़ दिया जाएगा, ताकि किसान-बागबान आढ़ती भविष्य में ऑनलाइन व्यापार कर सकें इस योजना के तहत कोई भी किसान देश के किसी भी मंडी में अपना उत्पाद बेच सकता है तथा आढ़ती व व्यापारी आवश्यकता अनुसार किसी भी मंडी में क्रय-विक्रय कर सकता है, लेकिन उसका पंजीकरण होना जरूरी है। इस नीति के द्वारा किसानों व बागबानों को बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी और उनकी राशि का भुगतान भी ऑनलाइन किया जाएगा। इस नीति के तहत शिमला में ढली मंडी, सोलन मंडी व धर्मपुर मंडी को जोड़ने का प्रावधान किया जा रहा है, जिसे जल्द अमलीजामा पहनाया जाएगा। इस अवसर पर कृषि सब्जी उपमंडी समिति सोलन के सचिव प्रकाश कश्यप, मार्केटिंग बोर्ड के सदस्य राजेंद्र कंवर, उप सब्जी मंडी धर्मपुर के अध्यक्ष सुंदरम ठाकुर, गुल्हाड़ी पंचायत के प्रधान मदन मोहन मेहता, बलदेव सिंह ठाकुर, मोहन लाल, कृष्ण दत्त, नरेश कुमार, सुरेंद्र, तुलाराम, कमलेश व कई लोग मौजूद रहे।

मंडी की हालत जल्द सुधारी जाए

इस मौके पर विनियमन सब्जी उपमंडी धर्मपुर के अध्यक्ष सुंदरम ठाकुर द्वारा मंडी की खस्ता हालत की समस्या को भी उठाया गया। उन्होंने बताया कि धर्मपुर की मंडी में डिजिटल इलेक्ट्रॉनिकस प्लेट तो है, परंतु वह काफी समय से खराब है, उसे ठीक नहीं किया जा रहा है। वहीं आढ़तियों की सुविधा के लिए बने शौचालय की दयनीय हालत है। उन्होंने सब्जी मंडी की समस्याओं को उठाते हुए बताया कि मंडी कमेटी के पास काफी भूमि उपलब्ध है, जहां नीलामी का बड़ा मंच बन सकता है। किसानों की सुविधा के लिए किसान भवन की हालत दयनीय है, जिसे जल्द सुधारा जाए।