करनाल में बागबानी विज्ञान विवि को 50 करोड़
केंद्र सरकार ने दी मंजूरी; पांच करोड़ की पहली किस्त जारी, केंद्रीय मंत्री ने रखी थी आधारशिला
चंडीगढ़— हरियाणा के करनाल जिला के गांव अंजनथली में स्थापित किए जा रहे बागबानी विज्ञान विश्वविद्यालय के लिए केंद्र सरकार ने 50 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी है और पहली किस्त के रूप में पांच करोड़ रुपए जारी भी कर दिए गए हैं। यह हरियाणा का पहला बागबानी विज्ञान विश्वविद्यालय है। इसकी आधारशिला केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने छह अप्रैल, 2016 को रखी थी। राज्य सरकार ने इस विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति के रूप में प्रो. केपी सिंह को नियुक्त किया है। प्रो. केपी सिंह चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति भी हैं। हरियाणा के कृषि एवं कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में एक संपूर्ण बागबानी विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया गया था, जिससे शिक्षण, अनुसंधान और विस्तार गतिविधियों के बीच की खाई को पाट कर आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। इससे युवा पीढ़ी को नवीनतम प्रौद्योगिकी और बागबानी शिक्षा का ज्ञान मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न कृषि जलवायु परिस्थितियों का प्रतिनिधित्व करने के लिए इस विश्वविद्यालय के तीन क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र होंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि यह विश्वविद्यालय से आधुनिक युग की नई प्रौद्योगिकियों को लाने, जलवायु परिवर्तन, उत्पादकता के स्तर में सुधार करने और उचित फसल विविधिकरण अपनाने में मदद मिलेगी। श्री धनखड़ ने बताया कि यह विश्वविद्यालय उत्पादन, कटाई के बाद प्रबंधन और प्रसंस्करण उद्योगों में प्रशिक्षित मानव शक्ति के लिए बड़ी मांग को पूरा करने के लिए एक कौशल विकास केंद्र के रूप में भी कार्य करेगा।
हर जिला में स्वर्ण जयंती खेल सुविधा केंद्र
चंडीगढ़ — हरियाणा के खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री अनिल विज ने बताया कि प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए खेल विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। खेल से जुड़े लोगों का अनुभव व सहयोग लेने के लिए राज्य, जिला व ब्लॉक स्तर पर स्पोर्ट काउंसिल भी बनाई जाएगी। इसके अलावा प्रत्येक जिला में तीन करोड़ रुपए की लागत से स्वर्ण जयंती खेल सुविधा केंद्र की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने प्रत्येक जिला में खेल का स्वर्ण जयंती सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिनमें प्रत्येक पर पांच करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिला में विभिन्न खेलों के लिए स्वर्ण जयंती इंडोर स्टेडियम भी स्थापित किए जाएंग। इन पर 25 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। गत दो वर्ष में हरियाणा सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक विजेता खिलाडिय़ों को 92.40 करोड़ रुपए की राशि पुरस्कार के रूप में दी गई है।
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