खनन विभाग की मलोह में दबिश

By: Jan 19th, 2017 12:07 am

news newsसुंदरनगर —  सुंदरनगर उपमंडल की मलोह पंचायत के नालनी व काटली में जिला खनन विभाग ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के संयुक्त प्रयासों से खनन में लगी भू-माफिया की तीन मशीनों को कब्जे में लिया है। खननकारियों की इस क्षेत्र में खनन करने की परमिशन अवधि तीन माह पूर्व ही खत्म हो गई है। इस कार्रवाई में जिला खनन अधिकारी राजीव कालिया ने पुलिस विभाग से डीएसपी संजीव भाटिया, आईएएस प्रोवेशनर प्रियंका वर्मा ने अवैध खनन में लगे खननकारियों को बेनकाब किया। विभाग ने निजी भूमि समेत अन्य जगहों पर अवैध खनन के कार्य में लगी एल एंड टी मशीनरी को जब्त करके खनन एक्ट अधिनियम 1957 के तहत कार्रवाई अमल में लाई है। अब आगे खनन विभाग इस मामले को कोर्ट में पेश करेगा। सामने एक तथ्य यह भी आया है कि खननकारियों ने खनन करने के  लिए परमिशन कहीं और जगह की ले रखी है और खनन कहीं और जगह पर किया जा रहा है। संबंधित ठेकेदार को नालनी साइट से 6000 मीट्रिक टन पत्थर की ढुलाई की मंजूरी पर पहाड़ों को काटने में जुटा हुआ पाया गया है। सुंदरनगर उपमंडल की मलोह पंचायत के नालनी में प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से खनन जारी है। भू-माफिया की मशीनें पहाड़ों का सीना चीर कर फोरलेन सड़क निर्माण के लिए पत्थर बेच रहा है। मोटी कमाई के चक्कर में पंचायत की अनुमति के बिना ग्रामीणों की भूमि सुधार के प्रावधान की आड़ ली गई है। इससे खेतों को समतल करने की बजाय पहाड़ी को काट कर बेचा जा रहा है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि जिस तरह से पहाड़ काटी जा रही है। इससे पर्यावरण बर्बाद होने के साथ क्षेत्र की सड़कों की भी दुर्दशा हो गई है। भू-माफिया ने स्थानीय लोगों से भूमि सुधार के अनुबंध की आड़ करके धड़ल्ले से खनन जारी रखा हुआ है। फोरलेन सड़क निर्माण के लिए संबंधित ठेकेदार ने अब तक करोड़ों की राशि का लाखों टन पत्थर नालनी साइट से ही सप्लाई किया है। स्थानीय लोगों के आरोप के बावजूद संबंधित विभाग व ठेकेदारों ने खनन के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाए हैं।


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