डैहर में कालेज खुलने से खुश

डैहर— मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने गत सप्ताह जड़ोल में जनसभा के दौरान सीपीएस सोहन लाल की मांग पर डैहर को कालेज की मंजूरी प्रदान की। डैहर में कालेज खोलने को लेकर लंबे समय से मांग जोरों पर थी। क्षेत्र के लोगों ने कई मर्तबा चुने हुए प्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं के माध्यम से डैहर में कालेज खोलने की मांग की, लेकिन कई वर्षों की लंबित मांग के पूरे हो जाने से क्षेत्र के लोगों में खुशी और जश्न माहौल है। बताते चलें कि डैहर में कालेज खुलने से उपतहसील के अंतर्गत आने वाली 15 पंचायतों व साथ लगती बिलासपुर की दस पंचायतों के करीब 100 से ज्यादा गांव के सैकड़ों छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा घर द्वार पर उपलब्ध होगी। इससें पूर्व उपतहसील के अंतर्गत आने वाली 15 पंचायतों व साथ लगती बिलासपुर की दस पंचायतों के सैकड़ों बच्चों को 25 से 30 किलोमीटर का सफर तय करके बिलासपुर, संुदरनगर अथवा घुमारवीं जाकर उच्च शिक्षा ग्रहण करनी पड़ती थी। कई निर्धन परिवार बच्चों को दस जमा दो करने के उपरांत खर्चा वहन न करने की सूरत में उच्च शिक्षा देने में असमर्थ होते थे। डैहर से सुंदरनगर, बिलासपुर अथवा घुमारवीं आने-जाने हेतु छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के खर्चे के अलावा रोजाना 100-200 रुपए का खर्च आता है। कई ग्रामीण विश्ेाषकर छात्राओं को कालेज दूर होने के कारण उच्च शिक्षा देने मेें असमर्थता जाहिर कर देते थे। डैहर में कालेज खोलने की मंजूरी से अब क्षेत्र के लोगों के सैकड़ों छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए नई उमंग, उड़ान और पंख लग गए हैं।