दस दिन बाद भी दरकाली नहीं पहुंची बस

रामपुर बुशहर – रामपुर की दुर्गम पंचायत दरकाली को जोड़ने वाली सड़क पर बर्फबारी के दस दिन बाद भी बस गंतव्य तक नहीं पहुंच रही है। छोटी गाडि़यां भी अपने जोखिम पर सड़क पर दौड़ रही हैं। परिवहन डिपो प्रबंधन भी आधे रास्ते तक ही बस को भेज रहा है, जहां से ग्रामीणों को पैदल ही अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि दरकाली तक एक-दो प्वाइंट ही खराब है, जिस पर अगर लोक निर्माण विभाग काम करता तो बस दरकाली तक जा सकती थी, लेकिन हैरानी की बात है कि विभाग ने पूरी सड़क का एक बार भी मुआयना नहीं किया। पंचायत के उपप्रधान चेतन पाकला ने कहा कि कुखी गांव तक ही सड़क बहाल हो पाई है, जिसके आगे पांच किलोमीटर सड़क पर अभी भी बर्फ जमी हुई है। दस दिन बाद भी यातायात पूरी तरह से बहाल नहीं हो पाया है। पाकला ने कहा कि लोक निर्माण विभाग दुर्गम क्षेत्रों की सड़क बहाली को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि तकलेच पंचायत के तहत आने वाली सड़क भी खस्ताहाल है, जहां तक तकलेच पंचायत की सीमा है, वहां तक सड़क में गड्ढे ही गड्ढे हैं, जिससे कभी भी हादसा हो सकता है। परिवहन डिपो की बस भले ही यहां पर चल रही है, लेकिन कई प्वाइंट पर चालक यह सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि वह बस को कहां से निकाले। खासकर सेरी मझाली के पास तो सड़क की काफी खस्ताहालत है। यहां बताते चलें कि इस सड़क पर एकमात्र बस सुविधा है, जिससे बस में सुबह व शाम को आवश्यकता से अधिक सवारियां भरी रहती हैं। वहीं सड़क की खस्ताहालत चिंता का कारण बनी हुई है। बर्फबारी ने तो सड़क की हालत को और भी जोखिम भरा बना दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि विभाग ने तो स्नो बाउंड ऐरिया में फिसलन को कम करने के लिए रेत या फिर मिट्टी तक का इंतजाम नहीं किया था। वाहन चालकों ने अपने घरों से लकड़ी का बुरादा लाकर सड़क को बहाल किया है।