नंबर वन बनने को बस ‘दो कदम’ और

 धर्मशाला —  देश भर में जियो टैगिंग योजना की प्रक्रिया को पूरा करने वाला देवभूमि हिमाचल का जिला कांगड़ा पहला स्थान हासिल करेगा। जिला के 11 विकास खंडों में इस प्रक्रिया को पूरा किया जा चुका है, जबकि जल्द ही शेष बचे ब्लॉक भी प्रक्रिया को पूरा करेंगे। इसके लिए विभाग द्वारा भी पूरी तत्परता के साथ वर्क किया जा रहा है।  महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत किए गए कार्यों को जल्द ही सेटेलाइट के माध्यम से कहीं से भी देखा जा सकेगा। इसके लिए भारत सरकार ने ज्योग्राफिकल आइडेंटीफिकेशन मेटाडाटा (जियो टैगिंग) योजना शुरूकी थी। इसके तहत वर्ष 2005 से मनरेगा के तहत किए गए विभिन्न विकास कार्यों को ऑनलाइन किया जाना है। इससे मनरेगा कार्यों की पूरी जानकारी हर व्यक्ति किसी भी स्थान से हासिल कर सकता है। इसमें व्यक्ति द्वारा मनरेगा कार्यों की स्वीकृति से लेकर बजट और मजदूरों के कार्य दिवस सहित तमाम जानकारी भी ऑनलाइन उपलब्ध करवाई जानी प्रस्तावित है। भारत वर्ष में यह योजना अप्रैल 2016 में शुरू हुई थी। जिला कांगड़ा भी इस योजना के तहत कार्य करते हुए अब देश में पहले स्थान की दौड़ में पहुंचा है। जिला के 15 विकास खंडों में से 11 विकास खंडों में योजना के तहत कार्य पूरा कर लिया गया है।