नोटबंदी पर हमले जारी

पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम बोले, प्रधानमंत्री मोदी को थी कार्रवाई की जल्दबाजी

कोलकाता— पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि नोटबंदी के बाद ज्यादातर जन धन खातों का इस्तेमाल मनी लांड्रिंग के लिए किया गया। चिदंबरम नोटबंदी का विरोध करते रहे हैं। चिदंबरम ने यहां कोलकाता साहित्योत्सव में कहा कि साक्ष्यों से ऐसा संकेत नहीं मिलता कि जन धन खातों का थोक में इस्तेमाल मनी लांड्रिंग के लिए किया गया है। लगभग 25 प्रतिशत जन धन खातों में शून्य बैलेंस और बाकी में औसतन 27000 रुपए का बैलेंस था।  हो सकता है इस तरह के खातों में से थोड़े खातों का इस्तेमाल मनी लांड्रिंग के लिए किया गया हो। नोटबंदी को लेकर मेरी वास्तविक लड़ाई इस बात पर है कि इतना बड़ा फैसला, जिसके बड़े व्यापक प्रभाव हो सकते हैं, किसी एक अकेले व्यक्ति द्वारा नहीं किया जा सकता। चिदंबरम ने कहा कि वित्त मंत्रालय के तीन सबसे महत्त्वूपर्ण अधिकारियों- वित्त सचिव, बैंकिंग सचिव व मुख्य आर्थिक सलाहकार ने बीते 70 दिन में एक शब्द भी नहीं बोला है। यह क्या साबित करता है। चिदंबरम ने दावा किया कि पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने नोटबंदी के प्रस्ताव के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पांच पन्नों का नोट भेजा। इसके बाद उन्हें बेआबरु करके बाहर का दरवाजा दिखा दिया गया।