पर्यटकों से गुलजार हुईं हिल्सक्वीन की वादियां

ठियोग – हिल्स क्वीन शिमला व आसपास के पर्यटन स्थलों में हुई बर्फबारी के साथ ही यह दर्शनीय स्थल अब देशी व विदेशी पर्यटकों से गुलजार होने लगे हैं। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुफरी सहित छराबड़ा, नारकंडा, हाटूपीक, फागू व महासू पीक में पिछले वर्ष बर्फ  कम गिरने के कारण पर्यटकों की आमद में काफी कमी दर्ज की गई थी और बर्फबारी न होने से पर्यटकों सहित व्यवसाइयों व होटल मालिकों को मायूसी का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस साल जनवरी के महीने में ही हुई बर्फबारी के बाद इन स्थलों मे अब पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। गौर रहे कि पड़ोसी राज्यों व विदेशों से हजारों की संख्या में जो पर्यटक व्हाइट क्रिसमस व नववर्ष पर बर्फबारी की आस में शिमला व आसपास के पर्यटक स्थलों में डेरा जमाए हुए थे उनकी उम्मीदंे बर्फबारी से पूरी हुई है और इन पर्यटक स्थलों में काफी अधिक संख्या में सैलानी बर्फ  पर अठखेलियां करते देखे जा रहे हैं। मंगलवार को कुफरी, महासू पीक, फागू आदि पर्यटक स्थलों मे जहां पर्यटक घुड़सवारी का आनंद लेते देखे गए, वहीं सैलानियों ने साहासिक खेलों का भी भरपूर लुत्फ  उठाया। जानकारी के अनुसार इन क्षेत्रों में निजी व पर्यटन विभाग के होटलों में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इस वर्ष हुई बर्फबारी से जहां पर्यटकों में खुशी की लहर है वहीं पर्यटक स्थलों मे पर्यटन व्यवसाय से जुडे़ कारोबारी भी खूब चांदी कूट रहे हैं।

सैकड़ों बेरोजगारों को मिलता है रोजगार

ऊपरी शिमला के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुफरी महासू पीक में ठियोग व कुसुम्पटी क्षेत्रों की कई पंचायतों के सैकड़ों बेरोजगार युवा पर्यटन व्यवसाय से जुडे़ है तथा इन दिनों घोडे़ वालों ढाबा मालिकों गर्म कपडे़ बेचने वालों सहित फोटोग्राफरों व टूरिस्ट गाइडों की आमदनी मे भी सैलानियों की आमद से वृद्धि हुई है। गौर रहे कि इन क्षेत्रों के स्थानीय बेरोजगार युवा सर्दियों में पर्यटन व्यवसाय से जुड़ कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं।

पर्यटक होम स्टे योजना का उठा रहे लाभ

ऊपरी शिमला के पर्यटक स्थलों मे अधिकतर विदेशी व मैदानी इलाकों से आने वाले पर्यटक गांव की ओर भी रुख कर रहे हैं और पर्यटन विभाग व सरकार द्वारा स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए चलाई जा रही होम स्टे योजना का भी लाभ उठा रहे हैं। इस योजना से जहां विदेशी पर्यटक हिमाचल की ग्रामीण संस्कृति व रीति-रिवाजों से रू-ब-रू हो रहे है वहीं पर्यटक हिमाचल के पारंपरिक पहाड़ी व्यंजनों के खूब चटकारे भी ले रहे हैं।