पांच फीसदी घटेगी जीडीपी की दर

नई दिल्ली —  पिछले फाइनांशल इयर के मुकाबले 2016-17 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की रफ्तार कम रह सकती है। सरकार की तरफ से शुक्रवार को जारी अनुमानों के मुताबिक, 2016-17 की अवधि के लिए जीडीपी विकास दर 7.1 प्रतिशत रहेगी। साल 2015-16 में यह 7.6 प्रतिशत थी। जीडीपी के अलावा इस वित्त वर्ष में प्रति व्यक्ति आय की विकास दर में भी गिरावट का अनुमान जताया गया है। यह पिछले वित्त वर्ष की 6.2 फीसदी की तुलना में इस साल 5.6 फीसदी रह सकता है। हालांकि, पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले, 2016-17 के दौरान प्रति व्यक्ति कुल आय में 10.4 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी का अनुमान है। ऐसा होने से प्रति व्यक्ति आय सालाना करीब 103007 करीब एक लाख रुपए हो जाएगी। 2015-16 के दौरान यह 93293 रुपए सालाना थी। केंद्रीय सांख्यिकी विभाग के मुख्य सांख्यिकीविद् डॉक्टर टी.सी.ए. अनंत ने शुक्त्रवार को जीडीपी से जुड़े फर्स्ट अडवांस ऐस्टिमेट्स जारी किए। इसमें पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इस बार कृषि क्षेत्र में सुधार का अनुमान जताया गया है। कृषि, वानिकी और मत्स्य क्षेत्रों में विकास दर 4.1 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान यह 1.2 प्रतिशत था। इन आंकड़ों को जारी करते हुए टीसीए अनंत ने कहा, यह एक सामान्य साल नहीं है और हम बहुत ही सावधानी से डेटा का विश्लेषण कर रहे हैं। हमने अपने अनुमानों में नवंबर के बैंक डिपॉजिट और क्त्रेडिट डेटा का इस्तेमाल  नहीं किया है क्योंकि नोटबंदी के कारण इसमें काफी परिवर्तन की गुंजाइश है।