बारिश-बर्फबारी से निपटने को करसोग प्रशासन तैयार

करसोग — आगामी दो दिनों के दौरान हिमपात व बारिश की चेतावनी को लेकर करसोग प्रशासन ने व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से रखने के लिए पूर्ण रूप से कमर कस ली है। हिमपात का कहर अनुमान से ज्यादा होने की स्थिति में करसोग की बिजली व अन्य जरूरी व्यवस्थाएं जारी रह सके इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा 45 होमगार्ड जवानों का दल करसोग भेज दिया है, जिनको उपमंडलाधिकारी नागरिक विवेक चौहान के दिशा-निर्देशानुसार करसोग के विभिन्न हिमपात प्रभावित क्षेत्रों में तैनात भी कर दिया गया है। आगामी दो दिनों के दौरान हिमपात व बारिश की चेतावनी को लेकर करसोग प्रशासन द्वारा, जहां संभावित स्थानों को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है, वहीं करसोग उपमंडल के सभी राजस्व कर्मचारियों व अधिकारियों को भी अपने क्षेत्र के लिए सतर्क रहने संबंधी दिशा-निर्देश दिए गए है। उपमंडलाधिकारी नागरिक विवेक चौहान, जहां हिमपात व बारिश की चेतावनी को ध्यान में रखकर पल-पल कड़ी नजर मौसम तथा व्यवस्था को लेकर बनाए हुए हैं, वहीं उपमंडलाधिकारी नागरिक कार्यालय में 24 घंटे नियंत्रण कक्ष के दूरभाष केंद्र 222236 पर भी संपर्क किया जा सकता है। गौरतलब है कि पांच जनवरी को करसोग क्षेत्र में अचानक हुए हिमपात के कारण, जहां उपमंडल मुख्यालय करसोग पर लगभग नौ दिनों के बाद बिजली व्यवस्था बहाल हुई, वहीं करसोग के ग्रामीण व दूरदराज क्षेत्रों में कई गांव अभी भी ऐसे हैं, जहां बिजली गुल पड़ी हुई है। विद्युत मंडल करसोग के अधिशाषी अभियंता दलीप सिंह वर्मा व नोडल अधिकारी बेसर ठाकुर के अनुसार पिछले हिमपात के बाद अभी भी करसोग के ग्रामीण क्षेत्रों में चार ट्रांसफार्मर बंद पडे़ हुए हैं। ताजा हिमपात व बारिश की चेतावनी से निपटने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जो 45 होमगार्ड जवानों का दल करसोग क्षेत्र में पहुंचा है, उन्हें विभिन्न टीमें बनाकर निहरी, चुराग व सेरीबंगलो क्षेत्र में तैनात किया जा चुका है, जो कि अनुमान से ज्यादा हिमपात व बारिश होने की स्थिति में राहत कार्यों के लिए सहयोग करेंगे। उपमंडलाधिकारी नागरिक विवेक चौहान ने कहा कि करसोग से बाहर जाने वाली तीन मुख्य सड़कें शिमला, रामपुर व मंडी पर यातायात निरंतर बहाल रहे, इसको लेकर भी लोक निर्माण विभाग को दिशा-निर्देश दिए गए हैं, हालांकि पिछले हिमपात के बाद करसोग उपमंडल मुख्यालय पर पेयजल की कोई कमी सामने नहीं आई, जिसको लेकर सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के सुचारू प्रयास ही कहे जाएंगे ,जिसमें हिमपात के दौरान भी करसोग के लोगों को पीने का पानी नियमित रूप से मिलता रहा, परंतु पिछले हिमपात के बाद सबसे ज्यादा परेशानी करसोग में बिजली ठप रहने की सामने आई, जिसको लेकर करसोग प्रशासन व विद्युत बोर्ड आपसी तालमेल से पूरी तरह सतर्क हो चुका है। हिमपात के कारण संभावित प्रभावित क्षेत्रों में बिजली व सड़क मरम्मत संबंधी सारा सामान पहुंचा दिया है ।