जिला में 23 सड़कें खुली, 34 अभी भी बंद
कालापानी की सजा काट रहा गोहर
बर्फबारी से सबसे ज्यादा माली हालत गोहर मंडल की बनी हुई है। बर्फबारी से इस मंडल के लोगों का जीना काले पानी की सजा काटने की भांति हो गया है। सड़कें तो बंद पड़ी हैं, ऊपर से बिजली देखे हुए भी दस दिन बीत गए हैं। हालात ऐसे बने हुए हैं कि बारिश से एक तो नालियां बंद पड़ी हैं और पेड़ सड़कों पर गिरने और ऊपर से बर्फ बारी होने से सड़कें सफेद हो गई हैं। विभागीय मशीनरी बंद पड़े मार्गों को बहाल करने के कार्य में पूरी मुस्तैदी से जुटी हुई है।
ठंड से ठिठुरा बालीचौकी
बालीचौकी — बर्फबारी के 11वें दिन सड़क सेवाओं की बहाली की उम्मीद लगाए बैठे लोगों को ताजा बर्फबारी ने एक बार फिर से निराश कर दिया। दो दिन पूर्व यातायात के लिए बहाल की गई बालीचौकी-थाची सड़क एक बार फिर से बंद हो गई है। इस सड़क पर सोमवार को वाहन देवधार तक ही चले। बालीचौकी-सुधराणी सड़क पर भी खनेठी तक यातायात के लिए भी बसें नहीं चल पाईं। जानकारी के अनुसार सराज के दुर्गम इलाके गाड़ागुशैणी में रविवार शाम को ही बिजली गुल हो गई । ग्राम पंचायत बूंग व सोमगाड़ के कुछ इलाकों में भी विद्युत सेवा ठप हो गई है। जानकारी के अनुसार रविवार रात व सोमवार को सराज घाटी के चुंजवाला, स्पैहणीधार, नारायण गढ़ शैटाधार व कल्हनी में एक फुट तक बर्फबारी का समाचार है। कई क्षेत्रों में इस दौरान पेयजल आपूर्ति भी बाधित रही। सराज के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते कम ऊंचाई वाले इलाकों में भी शीतलहर का प्रकोप जारी है।