मंडी में धरने पर बैठे वाटर गार्ड

मंडी – पंचायती राज जलरक्षक जिला इकाई मंडी ने सीटू के नेतृत्व में जिला मुख्यालय मंडी में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकाघाट, सुंदरनगर, धर्मपुर, करसोग, पद्धर व सदर से आए करीब 100 जलरक्षकों ने धरने में भाग लिया। धरने को सीटू जिला के वरिष्ठ उपप्रधान परस राम, सचिव राजेंद्र के अलावा यूनियन के प्रधान श्याम लाल व सचिव प्रेम सिंह ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगें शीघ्र पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। जलरक्षकों की मुख्य मांगों में छह से आठ घंटे कार्य करवाया जाता है, जबकि कार्य के उन्हें दो घंटे निर्धारित हैं। उन्होंने कहा कि जलरक्षकों के लिए स्थायी नीति बनाई जाए, शिकायत पुस्तिका संबंधित पंचायतों में रखी जाए, आठ वर्ष पूरे कर चुके गार्डों को शीघ्र दैनिकभोगी बनाया जाए, सरकाघाट, सुंदरनगर, करसोग, पद्धर व सदर के गार्डों का रुका हुआ वेतन शीघ्र दिया जाए, ठेका प्रथा बंद की जाए, वेतन प्रतिमाह पंचायत की बजाय आईपीएच विभाग से दिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार सकारात्मक रवैया नहीं अपनाती है तो आने वाले समय में संघर्ष को तेज किया जाएगा, जिसमें इंजीनियर इन चीफ आईपीएच से एक प्रतिनिधिमंडल मिलेगा और वहां भी समाधान न हुआ तो बजट सत्र के दौरान सरकार का घेराव किया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में श्याम लाल, प्रेम सिंह, अरुण, बसंत सिंह, सीटू नेता राजेश शर्मा, परसराम, नरेश कुमार और गोपेंद्र शामिल रहे।