मनरेगा के ‘ईंधन’ से दौड़ रहा विकास

सोलन   — जिला भर में मनरेगा के तहत वर्ष 2016 में 4.61 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से शुरू की गई  इस योजना के तहत 73834 जॉब कार्ड जारी किए गए हैं। इसके अलावा जिला भर में स्वयं सहायता समूह को भी प्रशासन द्वारा 2.50 करोड़ रुपए ऋण प्रदान किया गया है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री आवास योजना पर 1.27 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार जिले में वर्ष 2016-17 में कुल 6,27,770 श्रम दिवस सृजित किए जाने हैं, जिसमें अभी तक मनरेगा के तहत इस वित्त वर्ष में 704 कृषि तालाब निर्मित किए गए हैं। इनमें से 86 कृषि तालाब विकास खंड धर्मपुर, 69 विकास खंड कंडाघाट, 137 विकास खंड कुनिहार, 252 विकास खंड नालागढ़ तथा 160 कृषि तालाब विकास खंड सोलन में निर्मित किए गए हैं। सोलन जिला में अभी तक 73,834 जॉब कार्ड जारी किए गए हैं। इनमें धर्मपुर विकास खंड में 13,795, कंडाघाट विकास खंड में 9,451, कुनिहार विकास खंड में 15,348, नालागढ़ विकास खंड में 22,360 तथा सोलन विकास खंड में 12,880 जॉब कार्ड जारी किए गए हैं। जिला के 99 प्रतिशत मनरेगा कामगारों के आधार क्रमांक मनरेगा सॉफ्टवेयर में अपलोड कर दिए गए हैं। वित्त वर्ष 2016-17 में अब तक लगभग 461 लाख रुपए कृषि एवं संबद्ध गतिविधियों पर खर्च किए जा चुके हैं। मनरेगा के तहत होने वाले सभी विकास कार्यों को समय-समय पर वेबसाइट पर अपलोड  किया गया है।  इसी प्रकार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत 200 स्वयं सहायता समूह गठित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से 142 स्वयं सहायता समूह गठित कर लिए गए हैं। इन समूहों को 250 लाख रुपए ऋण के रूप में प्रदान किए जाने का लक्ष्य है। जिला में मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत 98 आवास निर्मित करने पर 127.40 लाख रुपए खर्च होने हैं। उपायुक्त राकेश कंवर ने  कहा कि वह समय-समय पर सभी विकास कार्यों की समीक्षा बैठक करते रहते हैं। वर्ष 2016  में अधिकतर विकास कार्यो को पूरा किए जाने का प्रयास किया गया है।