मन,वचन से एक होकर लें जीवन का आंनद

चंडीगढ़ —  इनसान जब मन, वचन, कर्म से एक होकर जीने लगता है तो वह मानुष जीवन का वास्तविक आनंद उठाता है, ये उद्गार रविवार कों सेक्टर-30 में स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में देहली से आए संत निरंकारी मंडल के सचिव सीएल गुलाटी ने संत समागम में हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।  गुलाटी ने आगे कहा कि इनसान मन रूप से अंदर व बाहर से तभी एक होता है जब उसके मन में यह भय होता है कि परमपिता परमात्मा जो कण-कण में विराजमान है यह अंतर्यामी भी है और मेरे अंदर क्या चल रहा है यह उस बारे में भी सब कुछ जानता है ।