मां भंगायणी के दर गूंजे जयकारे

हरिपुरधार — मकर संक्रांति के पावन अवसर पर हरिपुरधार के प्रसिद्ध मां भंगायणी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ समेत उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से आए पांच हजार से अधिक श्रद्धालुआें ने माता के दरबार में शीश नवाया। लोगों में माता के प्रति गहरी आस्था देखने को मिली कि भारी बर्फबारी के कारण क्षेत्र की अधिकतर सड़कें बंद होने के बावजूद व ठंड  की परवाह किए बिना पांवटा, नाहन व कुपवी आदि क्षेत्रों से सैकड़ों श्रद्धालु पैदल चलकर मंदिर पहुंचे। गिरिपार क्षेत्र के विभिन्न गांव से सैकड़ों की संख्या में आए श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए। बिजाई माता के बढ़ोल, कुचियाट माता के पंजाह, शिरगुल महाराज के नैनीधार, महासू देवता के द्राबिल व नौहराधार के गेलियों आदि मंदिरों में भी दिन भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा है। मकर सक्रांति पर मां भंगायणी मंदिर में हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। पिछले दिनों भारी बर्फबारी कारण पाइप लाइनें जाम होने के कारण मंदिर में पीने के पानी की भारी समस्या पैदा हो गई थी। मकर संक्रांति पर उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के अंदेशे को देखते हुए मंदिर सेवा समिति ने पीने के पानी के पूरे इंतजाम किए थे। मंदिर सेवा समिति प्रबंधक मोहर सिंह राणा ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं के ठहरने व खाने पीने की भी पूरी व्यवस्था की गई है। मंदिर में सफाई की भी विशेष व्यवस्था की गई है। स्वयंसेवी संस्था बर्फानी बाबा नाहन की ओर से मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया। यह संस्था मकर संक्रांति पर हर साल मां भंगायणी में भंडारे का आयोजन करती है।

अढ़ाई किलोमीटर तक लगा जाम

सड़क के दोनों तरफ बर्फ होने के कारण हरिपुरधार से लेकर मां भंगायणी मंदिर तक लगभग अढ़ाई किलोमीटर लंबी सड़क पर तीन से चार घंटे तक जाम लगा रहा। गाडि़यों के जाम में फंसने के कारण अधिकतर श्रद्धालुओं को हरिपुरधार से मंदिर तक का अढ़ाई किलोमीटर का सफर पैदल चलकर तय करना पड़ा। जाम के कारण आम लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।