लवप्रीत ने जीती छोटी माली

नालागढ़ —  हंडूर रियासतकाल से मनाए जा रहे ऐतिहासिक पीरस्थान लोहड़ी मेले के समापन पर किरपालपुर पंचायत द्वारा छिंज का आयोजन किया गया। मेले के उपलक्ष्य में हर वर्ष स्थानीय पंचायत इस दंगल का आयोजन करती है। इस बार आयोजित दंगल में उत्तर भारत के करीब 300 पहलवानों ने लोगों का मनोरंजन किया। इस मौके पर चेयरमैन बावा हरदीप सिंह, जिला परिषद सोलन के चेयरमैन धर्मपाल चौहान, जिला खेल अधिकारी ईश्वर चौधरी, स्थानीय पंचायत उपप्रधान कमल कुमार, बीडीसी मदन चौधरी, युवा विकास एवं चैरिटेबल सोसायटी के चेयरमैन पम्मी डाडी, मेला राम चंदेल, समाजसेवक गुरचरण सिंह चन्नी, सुरजीत सिंह, जतिद्र सिंह राणा, जसवीर जस्सी, रोहित कुमार, हरमीत सिंह, अमरजीत सैणी, सतीश कुमार, बलविंदर सिंह आदि के अलावा गणमान्य लोगों सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।  जानकारी के अनुसार मेला कमेटी की ओर से मेले के समापन पर कुश्ती प्रतियोगिताएं करवाई गईं। 61 हजार रुपए की बड़ी माली बराबरी पर रही। बड़ी माली की कुश्ती गनी ललीया और छिंदा नरगोपाल के बीच हुई, जिसमें दोनों पहलवान बराबरी पर रहे। मेला कमेटी की ओर से दोनों पहलवानों को कमेटी की ओर से 61 हजार रुपए की राशि बांट दी गई। 21 हजार रुपए की छोटी माली की कुश्ती लवप्रीत खन्ना और मेजर लीला के बीच हुई, जिसमें लवप्रीत खन्ना ने मेजर लीला को पटखनी देकर छोटी माली की कुश्ती पर कब्जा किया। कमेटी की ओर से छोटी माली विजेता पहलवान को 11 हजार ओर उपविजेता को 10 हजार रुपए इनाम दिया गया। इसके अलावा अन्य राज्यों से आए पहलवान लाली मनचौंता, अंकित पुनीया, सालीव ललीया, मोनू चंडीगढ़, अंकित बागवानिया ने भी अच्छे दांवपेंच दिखाए। पंचायत प्रधान गुरप्रताप बब्बू ने कहा कि पंचायत की ओर से हर वर्ष मेले के उपलक्ष्य में कुश्ती करवाई जाती है और इस बार भी यह आयोजन बहुत सफल रहा है। बता दें कि लोहड़ी पर्व पर से ऐतिहासिक पीरस्थान लोहड़ी मेले का शुभारंभ होता है। मेले में हजारों की तादाद में लोगों ने शिरकत की और लखदाता पीर की दरगाह पर शीश नवाते हैं। हंडूर रियासत के राजा रामशरण के समय से यह मेला करीब 300 सालों से मनाया जा रहा है। दंतकथाओं के मुताबिक महिलाएं बच्चों की खुशहाली के लिए जंदड़े (ताले) खुलवाने के लिए सुखना करती हैं। मन्नत पूरी होने पर लोहड़ी वाले दिन महिलाएं यहां तीन, पांच या सात बार जंदड़ा (ताला) खोलती व लगाती है।