लोहड़ी ने भरे नोटबंदी के जख्म

नगरोटा बगवां  —  मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाले लोहड़ी पर्व के लिए शुक्रवार को लोगों ने जमकर खरीददारी की । इस रोज जहां बाजार में पर्व से जुडे़ सामान के लिए ग्राहकों की गहमागहमी रही वहीं अगले रोज से शुरू हो रहे शादियों के मौसम की वजह से भी बाजार ग्राहकों से गुलजार रहे । लोगों ने शुक्रवार को  लोहड़ी मनाने के लिए मूंगफली, चिड़वे ,रेवडि़यां , गजक तथा मेवे खरीदे, जिसके लिए कारोबारियों ने भी खासतौर पर इस सामान से लबालब स्टाल लगाकर ग्राहकों का इस्तकबाल किया । शादियों समारोहों का ऑफ  सीजन तथा नोटबंदी की मार के बाद लंबे अरसे से सूने पड़े बाजारों में खुलकर रौनक देखने को मिली जिससे कारोबारियों के चेहरों पर भी मुस्कान लौटी । इस दौरान लोगों ने शादी समारोहों के लिए भी खरीददारी की तथा कपड़ों जूतों तथा रेडीमेड की दुकानों में भी भीड़ दर्ज हुई। उधर दोपहर बाद ही बच्चों की टोलियां लोहड़ी मांगने के लिए निकल पड़ीं तथा कड़ाके की ठंड के बावजूद खुद को पूरी तरह लपेटकर कर लोहड़ी मांगने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। कहीं लोहड़ी के पारंपरिक गीत तो कहीं  फिल्मी गीतों के मुखड़े गाकर ही बच्चे पर्व के प्रति अपना उत्साह दिखाते देखे गए। कहीं वास्तविक वाद्य यंत्र तो कहीं-कहीं बच्चों ने खाली डिब्बों से भी ढोलक का काम चलाकर भांगड़े डाले और इस तरह भी परंपरा को निभाया । इस दिन लोगों ने एक दूसरे को लोहड़ी की बधाई दी तथा सोशल मीडिया पर भी बधाइयों का सिलसिला खूब चह्यह्यह्यह्यला । रात को लोगों ने अलाव जलाकर अग्नि पूजा की तथा आने वाले समय के लिए समृद्धि की प्रार्थना की।

मूंगफली 90 रुपए किलो

पंचरुखी-लोहड़ी पर्व को लेकर इलाके की दुकानें  मूंगफली, चिड़वे ,रेवडि़यां , गजक तथा मेवे आदि से सजी हुई थीं। लोगों में पर्व को लेकर खासा उत्साह दिखने को मिला। बाजारों में मूंगफली 90 से 100 रुपए किलो, तिल 150 रुपए, गजक 250 से 300 रुपए बिक रही थी।