विकास नगर में स्वयंसेवकों को देश भक्ति पर दिए टिप्स

शिमला— राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित हिमाचल प्रांत के संघ शिक्षा वर्ग का विकास नगर में शनिवार को समापन हुआ। कार्यक्रम में मुख्यातिथि सेवानिवृत्त एडीजीपी कश्मीर चंद सडयाल एवं मुख्यवक्ता के रूप में इंद्रेश कुमार उपस्थित रहे। संघ शिक्षा वर्ग में हिमाचल, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली इत्यादि राज्यों से आए शिक्षार्थी शामिल रहे। समापन समारोह कार्यक्रम में अनेक प्रकार के शारीरिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया गया। ध्वज प्रदक्षिणा, योगासन, निःयुद्ध, दंड, दंडयुद्ध, निःयुद्ध, पदविंयास, खेल व घोष का स्वयंसेवकों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इसके साथ ही शिक्षार्थी स्वयंसेवकों ने वर्ग और एकल गीत भी प्रस्तुत किए। समापन अवसर पर राजधानी शिमला में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार उपस्थित रहे और उन्होंने संघ के सभी सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश में जाति के भेद को समाप्त किया जाना चाहिए और संपूर्ण समाज को जाति के भेदभाव के उठकर भारत और राष्ट्र की उन्नति के बारे में प्रयत्नशिल रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि संघ हमेशा से अपने वर्गों के माध्यम से छुआछूत जैसी समाजिक बीमारी को मिटाने में प्रयासरत है। उन्होंने समरसता के बारे में बात करते हुए कहा कि छुआछुत को जो धर्म मानते हैं वे सबसे बड़े अधर्म करने वाले हैं। छुआछुत को मिटाने में महात्मा गांधी के कार्यों का उदाहरण भी दिया। आरएसएस के 20 दिन से चले प्रशिक्षण वर्ग की समाप्ति के दौरान उन्होंने कहा कि विश्व के 50 देशों में संघ की 75 हजार शाखाएं चल रही हैं इसके साथ ही महिला सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय सेविका समिति पूरे विश्व में काम  रही है।