शिक्षक बेकसूर खारिज करो केस

ऊना – राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जखेड़ा में छात्रा से हुए कथित छेड़छाड़ मामले में हिमाचल स्कूल लेक्चरर संघ ने शनिवार को एमसी पार्क ऊना में रोष-प्रदर्शन किया। इस दौरान संघ ने पुलिस की एकतरफा कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए। संघ ने जिलाधीश ऊना को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि इस मामले के लिए अलग से कमेटी बनाई जाए और इसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाए। जिलाधीश को सौंपे ज्ञापन में संघ के अध्यक्ष विकास कुमार रतन ने कहा कि पुलिस ने जो कार्रवाई की है उसमें न केवल विद्यमान साक्ष्यों को नजरअंदाज किया गया है। बल्कि अन्य विद्यार्थियों, यौन शोषण समिति, विद्यालय प्रबंधन समिति व मौजूद अध्यापकों के बयानों को प्रारंभिक जांच में शामिल नहीं किया गया है, जबकि अध्यापक के विरुद्ध झूठा केस दर्ज करवाने के विरोध में ग्रामीणों ने रोष-प्रदर्शन किया था और अध्यापक के खिलाफ दर्ज एफआईआर को वापस लेने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि उक्त शिक्षक को एक सोची-समझी साजिश का शिकार बनाया जा रहा है। उक्त शिक्षक जिला का सबसे वरिष्ठ व प्रभावी सरकारी अधिकारी है। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद अध्यापक वर्ग पूरी तरह से त्रस्त है, क्योंकि अध्यापकों को हमेशा नाबालिग विद्यार्थियों के बीच ही कार्य करना पड़ता है। नाबालिग बच्चों को उनके अभिभावक आसानी से भावनात्मक रूप से गुमराह कर सकते हैं और यौन शोषण व पोक्सो जैसे कानून का जमकर दुरुपयोग कर सकते हैं। इसलिए आपसे निवेदन है कि इस मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जाए, ताकि मामले की निष्पक्ष जांच की जा सके।