शिमला शहर में ब्लैक आउट

शिमला – भारी बर्फबारी के कारण शिमला शहर में ब्लैक आउट हो गया है। कई घंटों से शहर में बिजली नहीं आई है, जिससे लोगों का जीवन नरक के समान हो चुका है। बिजली की आपूर्ति कब तक बहाल हो सकेगी इस पर संशय है, क्योंकि शनिवार को भी बर्फबारी जारी रही और यहां काम करना बेहद मुश्किल हो चुका है, हालांकि बिजली बोर्ड ने मेंटेनेंस के काम चलाए रखे,लेकिन सीजन की पहली बड़ी बर्फबारी ने ही उसकी हालत खराब कर दी है। जानकार बतातें हैं कि 1991 के बाद शहर में इस तरह भारी बर्फबारी हुई है। सबसे बड़ी मुश्किल ट्रांसमिशन लाइनों पर पेड़ गिरने के कारण हुई है और कई जगह टूटी तारें ही नहीं मिल पा रही हैं। इन तारों को जोडऩे के लिए बोर्ड के पास माकूल कर्मचारियों की भी कमी है और ठंड के कारण कर्मचारी भी काम करने में परेशान हो रहे हैं, हालांकि बोर्ड के कर्मचारी शनिवार को पूरा दिन बिजली की तारें ठीक करने में जुटे रहे, लेकिन फिर भी व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई है। शहर में ब्लैक आउट की स्थिति इस लिए कही जा सकती है क्योंकि शहर को आने वाली ट्रांसमिशन लाइनें जोकि ग्रिड से जुड़ी थीं वही टूट चुकी हैं। इससे ग्रिड पूरी तरह से फेल हो गया है और मात्र कुछ स्थानों पर ही बीच-बीच में बिजली आ सकी। शहर के संजौली, ढली, स्मीट्री, नवबहार, भराड़ी, पवाबो, लक्कड़ बाजार, ईदगाह, कैंथू, चौड़ा मैदान,जाखू, माल रोड का एरिया पूरी तरह से बंद रहा। इन क्षेत्रों में कई घंटे से बिजली नहीं है, क्योंकि भराड़ी में भी ट्रांसमिशन लाइनों पर पेड़ गिर चुके हैं। पेड़ गिरने के कारण तारें टूटी हैं और ट्रांसफार्मरों में भी कई जगहों पर खराबी आई है। बिजली नहीं होने के कारण शहर में पानी की आपूर्ति भी नहीं हो पाएगी, जिससे लोगों को कई दिनों तक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। शिमला शहर के साथ ऊपरी शिमला के कई इलाकों में भी बिजली की आपूर्ति बाधित हो चुकी है और कुल मिलाकर स्थिति ब्लैक आउट जैसी है।