सर्वेक्षण के आधार पर मिलेंगे टिकट

बद्दी में आयोजित प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक में लिया अहम फैसला

बीबीएन— हिमाचल भाजपा ने तय किया है कि विस चुनावों में टिकट का फैसला सर्वेक्षण के जरिए किया जाएगा। कोई भी चुनाव लड़ने का चाहवान कार्यक र्ता पार्टी के समक्ष टिकट के लिए आवेदन नहीं करेगा। भाजपा हर विस क्षेत्र में संभावित प्रत्याशियों का सर्वेक्षण करवाएगी और इस सर्वेक्षण में जीतने की क्षमता रखने वाले को ही टिकट आबंटित किया जाएगा। प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने चुनावी साल में विस चुनाव लड़ने के चाहवानों की बढ़ती तादाद को मद्देनजर रखते हुए यह फैसला लिया और बाकायदा बददी में आयोजित कार्यसमिति की बैठक में इस पर मुहर लगाई गई। इस दौरान सांसद शांता कुमार और नेता प्रतिपक्ष और पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के बीच की जुगलबंदी कई मायनों में भाजपा को एकजुटता का मजबूत संदेश दे गई। दोनों नेताओं ने पूर्व में टिकट आबंटन से पार्टी को हुए नुकसान का जिक्र करते हुए इस बार टिकट आंबटन में अपने पराए को भूल कर जीतने वाले व्यक्ति को तवज्जो देने की पैरवी की।  भाजपा ने चार्जशीट को चुनावी अभियान में कांग्रेस के खिलाफ बड़ा हथियार माना है।  इसी के चलते चाय पर चर्चा की तर्ज पर एक से 15 फरवरी तक प्रदेश भर में गांव से लेकर शहर तक चार्जशीट पर चर्चा कार्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया है।  इसके अलावा प्रदेश में अगले दस वर्षाें की विकास योजनाओं को मद्देनजर रखते हुए एक विजन डाक्यूमेंट लाने का भी निर्णय लिया गया है। इसके लिए  समिति का गठन किया गया है, जिसका समनव्यक विधायक रणधीर शर्मा को नियुक्त किया गया है।  वहीं, भाजपा प्रदेश परिषद की दो दिवसीय बैठक अप्रैल  में शिमला में होगी , जबकि 20 जनवरी से भाजयुमो प्रदेश में डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए विशेष अभियान चलाएगी। भाजपा कार्यसमिति की बैठक के दौरान पार्टी के प्रदेश सचिव प्रवीण शर्मा ने आर्थिक प्रस्ताव भी पेश किया, जिसमें केंद्र सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया गया।

अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं

भाजपा ने अनुशासनहीनता पर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है।  बैठक में तय किया गया है कि कार्यकर्ता बिना  अनुमति के पोस्टर, बैनर होर्डिंग नहीं लगा सकते, इसके अलावा सख्त हिदायत है कि कार्यकर्ताओं के फ ोटो नेताओं से बड़े नहीं होंगे। प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने स्पष्ट किया कि इसकी अवहेलना करने वालों को  पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा।

90 फीसदी सीटों का टारगेट

प्रदेश में मौजूदा राजनीतिक हालातों के मद्देनजर माहौल को भाजपा के पक्ष में मानते हुए मिशन 50 प्लस की बजाय 90 फीसदी सीटों को जीतने का नया लक्ष्य सांसद शांता कुमार के कहने पर तय किया गया है।