सागर में तैरती सफलता जल सेना

By: Jan 4th, 2017 12:07 am

अपने जीवन में यदि कोई उपलब्धि हासिल करना चाहते हैं, तो नौसेना में करियर से अच्छा और कोई विकल्प नहीं हो सकता। इसमें एक आकर्षक पे पैकेज, पर्क्स, आजीवन पेंशन, स्वयं एवं परिवार के लिए चिकित्सा लाभ मिलते हैं। नेवी की एक और खास बात यह है कि यह अपने सहयोगियों के साथ जीवनभर का रिश्ता बनाने का मौका देती है…  

cereerअपने करियर विकल्पों पर विचार करते समय क्या आपने भारतीय नौसेना के बारे में सोचा है? भारतीय नौसेना आपको यह सब प्रशिक्षण देगी, जिसकी आपको आवश्यकता है और आपको अपने हुनर कौशल का प्रयोग करने और अपनी अभिलाषाओं और महत्त्वकाक्षाओं को पूरा करने में भरपूर सहायता मिलेगी। क्या आप कोई चुनौतीपूर्ण कार्य करना चाहते हैं? क्या आप युवा और प्रतिभाशाली हैं? अभी- अभी स्कूल या यूनिवर्सिटी से निकले हैं? आपकी अपनी बहुत सी रुचियां हैं, कठिन परिश्रम करने के लिए तैयार हैं और अपने करियर में लाभकारी पे पैकेज के अलावा भी कुछ हासिल करना चाहते हैं। आप ऐसी चुनौती पूर्ण नौकरी चाहते हैं, जो आपके विकास के साथ- साथ आपको कार्य की विविधता और जोश प्रदान करे। संक्षेप में कह सकते हैं कि नौसेना आपको ये सभी अवसर प्रदान करती है। करियर में चुनौतीपूर्ण अवसरों की एक लंबी कतार के साथ- साथ नौसेना में दूर-दूर तक की यात्राएं करने, नए लोगों से मिलने और अपने साथियों के साथ मिल जुलकर और प्यार से रहने के अवसर मिलते हैं जोकि इस सेवा की खासियत है। जो लोग अपने जीवन में यदि कोई उपलब्धि हासिल करना चाहते हैं, तो नौसेना से अच्छा करियर कोई और नहीं हो सकता। इसमें आकर्षक पे पैकेज, पर्क्स, आजीवन पेंशन, स्वयं और परिवार के लिए चिकित्सा लाभ मिलते हैं।

शैक्षिक और अन्य योग्यताएं

सभी डिग्रियां और शैक्षिक योग्यताएं उस क्षेत्र से सक्षम प्राधिकारी द्वारा मान्यता प्राप्त शिक्षा संस्थानों की होना अनिवार्य हैं। डिग्रियां/अंक पत्रक विज्ञापनों में निर्धारित दिशा निर्देशों के अनुसार मूल या संबंधित प्राधिकारियों द्वारा सत्यापित होने चाहिए। इस मामले में किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी या कोई समझौता नहीं किया जाएगा। भारतीय नौसेना में शामिल होने के इच्छुक सभी उम्मीदवारों को निर्धारित मानकों के अनुसार शारीरिक/मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। खेल कूद, तैराकी और पाठयेत्तर कार्यकलापों में प्रवीणता वांछनीय है।

भारतीय नौसेना का इतिहास

भारतीय नौसेना की शुरुआत 5 सितंबर, 1612 को हुई थी। जब ईस्ट इंडिया कंपनी के युद्धपोतों का पहला बेड़ा सूरत की बंदरगाह पर पहुंचा था। और 1934 में रॉयल इंडियन नेवी की स्थापना हुई थी। लेकिन हर बार 5 सितंबर को भारतीय नौसैना दिवस मनाने की वजह इसके गौरवामई इतिहास से जुड़ी हुई है। भारतीय नौसैना दिवस का इतिहास 1971 के भारत- पाकिस्तान युद्ध से जुड़ा है, जिसमें भारत ने पाकिस्तान पर न केवल विजय हासिल की थी बल्कि पूर्वी पाकिस्तान को आजाद कराकर स्वायत्त राष्ट्र बांग्लादेश का दर्जा दिलाया था। भारतीय नौसैना अपने इस गौरवमई इतिहास की याद में प्रत्येक साल चार दिसंबर को नौसैना दिवस मनाती है। आधुनिक भारतीय नौसेना की नींव 17वीं शताब्दी में रखी गई थी, जब ईस्ट इंडिया कंपनी के एक समुद्री सेना के बेड़े के रूप में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की थी। यह बेड़ा दि ऑनरेबल ईस्ट इंडिया कंपनीज कहलाया। पहले विश्वयुद्ध के दौरान नौसैना का नाम रॉयल इंडियन मरीन रखा गया। 26 जनवरी, 1950 को भारत गणंतत्र बना और इसी दिन भारतीय नौसेना ने अपने नाम से रॉयल शब्द को त्याग दिया।

सिलेक्शन प्रोसेस

इंडियन नेवी की चयन प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि संभावित उम्मीदवारों में साहस भी हो और टफनेस भी। उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षाएं, साक्षात्कार और शारीरिक क्षमता के तीन कठोर चरणों से गुजरने के बाद ही होता है। दस जमा दो कैडेट एंट्री को छोड़कर इंडियन नेवी में सभी स्थायी कमीशन पदों पर भर्तियां सर्विस सिलेक्शन बोर्ड लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के जरिए करता है। हालांकि शॉर्ट सर्विस कमीशन में भर्तियों के लिए कोई लिखित परीक्षा नहीं होती। इसके लिए रक्षा मंत्रालय के इंटीग्रेटेड हैडक्वार्टर्स के तय मानदंडों के आधार पर आवेदन लिए जाते हैं और चयन मैरिट के आधार पर किया जाता है। एसएससी का कार्यकाल 10 सालों तक का होता है, जिसे 14 सालों तक बढ़ाया जा सकता है। एसएससी आफिसर को सिर्फ चुनिदां सेवाओं -लॉ, लॉजिस्टिक्स, एटीसी, ऑब्जर्वर, नेवल आर्किटेक्चर और एजुकेशन में ही शामिल किया जाता है।

इंटरव्यू की प्रक्रिया

एनडीए प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवार को सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) इंटरव्यू से होकर गुजरना पड़ता है, जो पांच दिनों तक चलता है। एसएसबी इंटरव्यू के दौरान ग्रुप डिस्कशन, फिजिकल एन्डयोरेंस टेस्ट व ग्रुप टास्क आदि का सामना करना पड़ता है। अंत में मेडिकल टेस्ट लिया जाता है। चयनित उम्मीदवार को पुणे स्थित एनडीए में तीन साल तक प्रशिक्षण दिया जाता है जिसकी सफलतापूर्वक समाप्ति के बाद उम्मीदवारों को अलग-अलग अकादमियों इंडियन मिलिट्री एकेडमी यानी आईएमए, नेवल या एयर फोर्स में प्रशिक्षण के लिए भेज दिया जाता है और यहीं से सेवा की शुरुआत भी हो जाती है।

महिलाओं का प्रवेश

महिला नौसैनिक को वास्तुकार, विधि, रसद, एविएशन (प्रेक्षक)और शिक्षा शखाओं में शार्ट सर्विस कमीशन (एसएससी ) दिया जाता है। सरकार द्वारा शिक्षा, योग्यता और रिक्ति के आधार पर एसएससी कार्यकाल को पूरा होने पर कानून और नौसैना आर्किटेक्ट शाखा में स्थायी कमीशन दिया जाता है।

नेवी में एंट्री कैसे

एनडीए के द्वारा प्रवेश- दस जमा दो(कार्यकारी)के तहत चुने गए उम्मीदवारों को सीधे भारतीय नेवल अकेडमी में सैन्य छात्रों के रूप में चार साल के लिए बीटेक पाठयक्रम में शामिला किया जाता है। जेएनयू से बीटेक की डिग्री प्रदान की जाती है एनडीए प्रवेश के तहत चुने गए उम्मीदवारों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में सेना और वायु सेना के सैन्य छात्रों के साथ दो साल के सुयंक्त प्रशिक्षण के बाद उन्हें आगे के प्रशिक्षण के लिए स्थानातंरित कर दिया जाता है।

परीक्षाएं कब और योग्यताएं क्या

अगर आप आर्म्ड फोर्सेज के नेवल विंग में प्रवेश पाना चाहते हैं, तो दो प्रकार से एंट्री हो सकती है। एक-नेशनल डिफेंस सर्विसेज एग्जामिनेशन के माध्यम से। हर साल दो बार ( अप्रैल व सितंबर) एनडीए में प्रवेश के लिए परीक्षाएं आयोजित होती हैं। एनडीए के लिए आवेदन करने वाले अविवाहित पुरुष उम्मीदवार की आयु साढ़े 16 से 19 वर्ष के बीच होनी चाहिए। गणित, भौतिक शास्त्र व रसायन शास्त्र से बारहवीं की परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी द्वारा आयोजित कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज एग्जामिनेशन (साल में दो बार मई व अक्तूबर) में सफलता प्राप्त करने के बाद आईएमए नेवल एकेडमी या एयर फोर्स एकेडमी में दाखिला होता है।

वेतनमान

नौसेना में अधिकारी रैंक के वेतन की शुरुआत 40 से 50 हजार के बीच होती है। इस के अलावा भत्ते तथा और भी कई सुविधाएं और सहूलियतें नौसेना के अधिकारी को समय-समय पर दी जाती हैं। उसके बाद केंद्र सरकार के नियमों और कानूनों के तहत वेतन में बढ़ोतरी होती रहती है।

इंडियन नेवल एकेडमी का इतिहास

भारतीय नौसेना अकादमी एझिमाला एशिया की सबसे बड़ी नौसेना अकादमी है। यह भारतीय नौसेना का एक अत्याधुनिक प्रशिक्षण केंद्र हैं, जिसे एनएवीएसी भी कहा जाता है। यह दक्षिण भारत के केरल राज्य के कन्नूर जिला में स्थित है। इस अकादमी का शिलान्याश 17 जनवरी, 1987 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा किया गया था। इसके शिलान्यास के करीब 22 साल बाद एझिमाला में भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए)उद्धाटन के लिए तैयार थी। 8 जनवरी, 2009 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस नौसेना अकादमी का उद्घाटन किया था। रक्षा मंत्री एके एंटनी भी इस मौके पर मौजूद थे।


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