सुंदरनगर की लाइन ठप हो जाए तो कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं

करसोग— उपमंडल करसोग में सुंदरनगर से आ रही बिजली लाइन ठप हो जाए तो कोई भी ऐसी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है, जिससे करसोग को बिजली सुविधा बहाल हो सके। इसको लेकर क्षेत्र के लोगों में कड़ा रोष इस बात को लेकर दो दिनों के दौरान देखा जा रहा है कि लगभग साढे़ चार साल पहले करसोग से लगभग आठ किलोमीटर दूर बतालाबहल में 33 केबी विद्युत सब-स्टेशन को स्थापित करने का शिलान्यास हुआ, ताकि सुंदरनगर से बिजली व्यवस्था फेल होने पर करसोग उपमंडल को बिजली बहाल करने का विकल्प मिल सके, परंतु 33 केबी विद्युत सब-स्टेशन का निर्माण कार्य सालों से कछुआ चाल से ही चला हुआ है, जिस पर सरकार को गौर करना चाहिए। जनता को समय पर सुविधाएं न मिलने से वैसा ही खमियाजा भुगतना पड़ता है जैसा कि हिमपात के बाद पूरे उपमंडल करसोग की ठप पड़ी बिजली से भुगतना पड़ रहा है, जो कि 21वीं सदी के आधुनिक भारत होने का दावा करने की बात पर आगामी सात दिनों पर ऐसी व्यवस्था ही अंधेरे की गर्त में रहते हुए करसोग की जनता को झेलनी पड़ सकती है। हालात यह हैं कि करसोग का सौ बिस्तरों वाला अस्पताल भी शनिवार रात को जनरेटर लगे होने के बावजूद अंधेरे की गर्त में डूबा रहा, जिस पर संबंधित विभाग को गौर करते हुए ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि जनता को दूरदराज होने के नाते कुछ तो राहत मिले।