सुजानपुर को कब मिलेगी पार्किंग

सुजानपुर  —  सुजानपुर में वाहनों की पार्किंग प्रशासन के लिए चुनौती बनती जा रही है। शहर में कोई भी पार्किंग स्थल न होने से वाहन जगह-जगह खड़े रहते हैं। अव्यवस्था का यह आलम लोगों पर भारी पड़ रहा है। लोगों को वाहनों की पार्किंग के लिए रोजाना दो-चार होना पड़ता है। सुजानपुर को उपमंडल का दर्जा मिलने के बाद से लेकर अब तक प्रशासन ने शहर में पार्किंग के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं। उपायुक्त द्वारा शहर में दो पार्किंग स्थल चिन्हित करवाने के बावजूद अब तक पार्किंग के दावे हवा हवाई हैं। शहरवासी वाहन पार्किंग को तरस रहे हैं। क्या सरकार, क्या प्रशासन, क्या नगर परिषद किसी ने भी सुजानपुर में वाहन पार्किंग को बनाने की कोई योजना नहीं बनाई है। अलबत्ता जहां एक-दो स्थल जिला प्रशासन ने वाहन पार्किंग को चिन्हित किए थे, उन पर भी नगर परिषद ने अपना कब्जा कर लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। मौजूदा समय में शहर में नौ वार्डों में लोग रह रहे हैं। कोई भी ऐसा वार्ड नहीं है, जिस वार्ड में 250-300 छोटे-बड़े वाहन न हों। हर वार्ड में वाहन संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन पार्किंग बनाने का प्रावधान किसी भी वार्ड पार्षद ने नहीं किया है, न ही इस संबंध में कोई प्रस्ताव नगर परिषद या जिला प्रशासन, सरकार को भेजा है। आलम यह है कि रोजाना दर्जन, दो दर्जन वाहनों के चालान नो पार्किंग के होते हैं। बताते चलें कि पूर्व में रहे जिला उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने शहर की पार्किंग व्यवस्था को सुधारने हेतु अस्थायी तौर पर दो स्पाट चिन्हित करवाए थे। उसमें एक स्थल नजदीक श्रीकृष्ण धर्मशाला व दूसरा पुलिस सहायता कक्ष के समीप चिन्हित होने के बाद वहां पीली पट्टी सुजानपुर प्रशासन ने लगवाई थी व कुछ हद तक वाहन पार्किंग की समस्या हल भी हुई थी। उस दौरान आश्वासन दिया था कि शहर में जल्दी ही पार्किंग का प्रबंध होगा, मगर उसके बाद उनका यहां से तबादला हो गया और घोषणा फाइलों में दफन हो गई। चिन्हित स्थानों का कोई प्रबंध करना तो दूर जो स्थान चिन्हित किए थे। उस पर स्वयं नगर परिषद ने बैंच लगाकर पार्किंग बंद कर दी। अब केवल एक स्थान पर वाहन खड़े हो रहे हैं। करीब 20 से 25 गाडि़यों की पार्किंग वाला यह स्थल कब भर जाता है, इसका पता पलक झपकते भी नहीं लगता।

व्यापारी-ग्राहक ज्यादा परेशान

मौजूदा समय में शहर में वाहन पार्किंग न होने का खामियाजा व्यापारी वर्ग को दो तरफा उठाना पड़ रहा है। एक तो पार्किंग न होने से ग्राहक नहीं आ रहे, जो आ रहे हैं उनके वाहन कहां पार्क हों, समस्या बनी हुई है। कई बार व्यापारी वर्ग के साथ-साथ ग्राहकों के वाहनों के नो पार्किंग के चालान हुए हैं। पार्किंग की समस्या शहर में दूर हो सकती है, अगर प्रशासन और नगर परिषद मिल कर कार्य करें।

ट्रक यूनियन-दुकानदारों ने कब्जाई पार्किंग

सांसद अनुराग ठाकुर ने भी वार्ड नंबर दो नजदीक अग्निशमन चौकी के पास वाहन पार्किंग बनवाई थी व पार्किंग स्थल पर बाकायदा भरती डाल स्थल बनाया गया है। 50 से 100 छोटे वाहनों की यह पार्किंग मौजूदा समय में पलाही ट्रक यूनियन व स्थानीय दुकानदार ने रोकी हुई है। अगर प्रशासन उस स्थल को खाली करवाता है, तो यह पार्किंग सबसे नजदीक वाला स्थल होगा। पार्किंग की जगह पर ट्रक बिना का कोई शुल्क देकर महीनों खड़े रहते हैं। अगर वाहन पार्किंग यहां शुरू होती है, तो प्रशासन को कमाई भी होगी व पार्किंग समस्या का हल भी निकलेगा। बहरहाल शहर में एक भी ऐसा स्थल नहीं है जहां वाहन पार्क हो सकें।