स्पीड इंडिया टेलेंट की तलाश

धर्मशाला  —  देवभूमि हिमाचल से भी वर्ष 2020 तथा 2024 में होने वाले ओलंपिक के लिए खिलाडि़यों के चयन को पहली मर्तबा ट्रायल आयोजित किए जा रहे हैं। हिमाचल की प्रतिभा को भी इस मंच तक पहुंचाने के लिए नेशनल युवा को-आपरेटिव सोसायटी व गैस अथारिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गैस) खिलाडि़यों का चयन कर रही है। पूरे देश भर में चली इस ट्रायल की कड़ी के अंतर्गत खेल नगरी धर्मशाला में भी रविवार को चार जिलों के लिए ट्रायल का आयोजन किया गया।  ट्रायल में चयनित होने वाले धावकों के लिए चंडीगढ़ व लखनऊ में जोनल स्तर के मुकाबले होंगे और फिर फरवरी में नेशनल स्तर का ट्रायल दिल्ली में होगा। इतना ही नहीं, चयनित हुए इन धावकों को देश के ख्याति प्राप्त एथलीट पीटी उषा, श्रीराम सिंह, रचिता मिस्तरी, अनुराधा वेसवाल, कविता रावत सहित अन्य हस्तियां प्रशिक्षण देंगी। नेशनल युवा को-आपरेटिव सोसायटी के निदेशक उमेश दत्त शर्मा ने कहा कि गेल इंडियन स्पीड स्टार के नाम से एथलीट  की तलाश पूरे हिमाचल में की जा रही है। हिमाचल में पहली बार इसका आयोजन किया जा रहा है। इस बार देश के सभी जिलों से 2.50 लाख प्रतिभागियों का इसके तहत चयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल 56 जिलों में इस ट्रायल का आयोजन किया गया, जिसमें 26 हजार धावक शामिल हुए थे। इनमें से छह धावकों का चयन किया गया था।  इस बार देश भर में नौ धावकों का चयन किया जाएगा। इनके लिए तीन माह का विशेष प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किया जाएगा।  दो वर्गों 11 से 14 आयु वर्ग व 15 से 17 आयु वर्ग में लड़के व लड़कियों के नोडल जिलों में 100, 200 व 400 मीटर की दौड़ के ट्रायल आयोजित किए जा रहे हैं।   फाइनल पड़ाव को पार करने वाले धावकों की पढ़ाई भी प्रभावित न हो इसका भी विशेष ध्यान रखा गया है। इसके लिए चयनित  धावकों के लिए राष्ट्रीय स्तर के कोच भी तैनात किए जाएंगे। यह कोच हर सप्ताह इन धावकों की रिपोर्ट एनवाईसीएस को भेजेंगे। इससे कि वर्ष 2020 तथा 2024 में होने वाली ओलंपिक गेम्स के लिए इन खिलाडि़यों  को तैयार किया जा सके।