हिल्स क्वीन में बर्फ का दंगल

राजधानी में दो फुट हिमपात, जन जीवन अस्त-व्यस्त

शिमला – हिल्स क्वीन शिमला में पहली ही बर्फबरी ने जन जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शिमला में दो फुट हिमपात हुआ है, जबकि शहर में बर्फबारी का सिलसिला जारी है। राजधानी शिमला में शुक्रवार शाम के समय बर्फबारी शुरू हुई थी, जिसका क्रम शनिवार शाम तक चलता रहा। भारी हिमपात के चलते जिला के अधिकांश क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। ऊपरी शिमला, शिमला से कट गया था, वहीं मार्ग अवरुद्ध होने के चलते शनिवार को शहर में दूध-दही की सप्लाई नहीं पहुंच पाई। भारी बर्फबारी के कारण जिला शिमला शीतलहर की चपेट में आ गया है। शिमला में न्यूनतम तापमान -0.2 डिग्री रिकार्ड किया गया। इसके अलावा अधिकतम तापमान में भी भारी गिरावट आंकी गई है। भारी बर्फबारी के चलते शिमला के कुफरी, नारकंडा में सैलानियों के काफी संख्या में वाहनों के फंसने की सूचना है, हालांकि किसानों-बागबानों के लिए बर्फबारी राहत लेकर आई हैं।

शहर में जगह-जगह गिरे पेड़

भारी हिमपात के चलते राजधानी शिमला में जगह-जगह पेड़ गिरे हैं। कई स्थानों पर पेड़ों की टहनियां गिरने से बिजली, केबल की तारें टूटने और भवन की छतों को भी नुकसान हुआ। शहर के साथ लगते क्षेत्रों में 25 से 30 पेड़ गिरने की सूचना है।

राजधानी की सड़कों पर बर्फ का कब्जा

राजधानी शिमला में भारी बर्फबारी के चलते जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बर्फबारी के चलते वाहनों की आवाजाही के लिए मार्ग बंद पड़े हुए हैं। शहर के मुख्य मार्गों सहित ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही।

बर्फ में सैलानी कर रहे मस्ती

हिल्स क्वीन शिमला मेें भारी बर्फबारी का सैलानियों ने भरपुर लुत्फ उठाया। शिमला में शुक्रवार शाम के समय ही बर्फबारी शुरू हो गई थी, जिसके चलते शुक्रवार शाम के समय से ही जश्न शुरू हो गया था, जो सैलानी शिमला में ही ठहरे थे। वे शनिवार सुबह बर्फ से लदे पहाड़ देखकर झूम उठे। शिमला में भारी बर्फबारी देख कर पर्यटन कारोबारी भी चहक उठे हंै। अब कारोबारियों को पर्यटन सीजन लंबा चलने की उम्मीद है।

राहत कार्य में जुटा प्रशासन

शहर में बर्फ को हटाने का कार्य शनिवार सुबह के समय ही शुरू हो गया है। निगम द्वारा मार्गों से बर्फ हटाने के लिए स्नो कटर लगाए गए हैं, वहीं निगम ने बर्फ हटाने के लिए लेबर भी तैनात की है। खबर लिखे जाने तक शहर की प्रमुख सड़कों से बर्फ हटा दी गई थी, मगर उपनगरों में बर्फ हटाने का कार्य शुरू नहीं हो पाया था।