डाक्टरों की दो घंटे हड़ताल, मरीज बेहाल

By: Feb 4th, 2017 12:04 am

प्रदेश भर में पेनडाउन स्ट्राइक, 13 फरवरी को चिकित्सक करेंगे सामूहिक अवकाश

NEWSशिमला— अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों के अधिकतर डाक्टर शुक्रवार को दो घंटे देरी से ओपीडी पहुंचे। इसके कारण मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ा और ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी कतारें लगी रहीं। वहीं सरकार की ओर से एचएमओए को पत्र जारी किया है, जिसमें सात फरवरी को वार्ता के लिए बुलाया गया है। एसोसिएशन का कहना है कि जब तक मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। प्रदेश मेडिकल आफिसर एसोसिएशन के प्रेस सचिव सुशील शर्मा ने कहा कि यह विरोध डाक्टरों की मांगें न मानने के कारण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डाक्टर मांग कर रहे हैं कि मेडिपर्सन एक्ट को गैर जमानती बनाया जाना चाहिए। साथ ही 4-9-14 का मामला जल्द सुलझाया जाए और वन टाइम रिलेक्सेशन को रद्द कर नई अधिसूचना जारी की जानी चाहिए। एसोसिशन की मांग है कि डाक्टरों की तैनाती अनुबंध पर न करके एडहॉक पर की जानी चाहिए और पीजी डाक्टर कोटा वर्तमान 66 फीसदी से बढ़ाकर 90 फीसदी किया जाना चाहिए। एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार संतलाल शर्मा ने कहा कि विरोध अभी जारी रहेगा और इसी कड़ी में डाक्टर 13 फरवरी को एक बार फिर सामूहिक अवकाश पर जाएंगे और 24 फरवरी को सामूहिक त्याग पत्र देंगे। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में दो से 12 फरवरी तक लगातार दो घंटे की पेनडाउन स्ट्राइक की जाएगी। एचएमओए का कहना है कि ऊना में डाक्टर दिलजीत सिंह की मौत और बिलासपुर में आर्थो सर्जन को धमकाने की घटना का आरडीए निंदा करती है।

हड़ताल में जाने को तबादले की धमकी

सुंदरनगर — हिमाचल मेडिकल आफिसर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डा. जीवानंद चौहान और महासचिव डा. पुष्पेंद्र वर्मा का कहना है कि प्रदेश भर में डाक्टर अपनी मांगों को पूरा करने के लिए पेनडाउन हड़ताल के दूसरे चरण में शत-प्रतिशत सफल रहे हैं। बर्फबारी और दूर्गम इलाकों में भी सेवाएं दे रहे डाक्टर इस हड़ताल में शामिल रहे। उन्होंने कहा कि डाक्टरों को हड़ताल में जाने से रोका जा रहा है और तबादले करने की धमकियां दी जा रही हैं। गुप्तचर एजेंसियों से हड़ताल पर जाने वाले डाक्टरों की रिपोर्ट तलब की जा रही है। उन्होंने सरकार के मंत्रियों और विधायकों का डाक्टरों के प्रति इस तरह के व्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा की है।