मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देते झूठे बयान

By: Feb 4th, 2017 12:04 am

NEWSहमीरपुर— मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बताएं कि धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाने के लिए उन्होंने कौन सा सचिवालय वहां बनाया है। नेता प्रतिपक्ष प्रो. प्रेम कुमार धूमल का कहना है कि मुख्यमंत्री अनाप-शनाप बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं। ऐसी झूठे बयानबाजी न तो उन्हें शोभा देती है और न ही उनकी उम्र को। धर्मशाला में दो मिनी सचिवालय हैं, जिनमें से एक भाजपा सरकार ने 1998 से 2003 के बीच बनाया था, जिसका शिलान्यास तथा निर्माण कार्य पूर्ण करके उद्घाटन उसी कार्यकाल में हुआ था। उन्होंने कहा कि दूसरा मिनी सचिवालय भी 2008 से 2012 के कार्यकाल में भाजपा सरकार ने ही बनाया था। इसका भी शिलान्यास, निर्माण कार्य और उद्घाटन उसी कार्यकाल में हुआ। उन्होंने कहा कि एक तरफ  वह प्राथमिक पाठशालाओं को बंद कर रहे हैं और दूसरी तरफ  बिना भवन, बिना बुनियादी ढांचे और बिना स्टाफ  के महाविद्यालयों की घोषणाएं कर रहे हैं। पटवारखानों में पटवारी नहीं, तहसीलों में तहसीलदार व अन्य स्टाफ  नहीं और नई तहसीलों व नागरिक उपमंडलों की घोषणाएं बिना सुविधाओं के हो रही हैं। अस्पतालों में बिना स्टाफ, बिना बुनियादी ढांचे की घोषणाएं और स्तरोन्नत करने की बातें हो रही हैं। इसलिए धर्मशाला को दूसरी राजधानी की घोषणा पर कौन विश्वास करेगा, जब वह एक सांस में उसे दूसरी राजधानी बनाने की घोषणा करते हैं और दूसरी सांस में दो महीने के लिए सभी कार्यालयों और अधिकारी शिमला से धर्मशाला स्थानांतरित करने से इनकार करते हैं। यदि इसके बारे में वह गंभीर हैं, तो बताएं कि दो महीने के लिए सारे कार्यालय और अधिकारी शिमला से धर्मशाला आ जाएंगे। क्या वह इस बात के लिए तैयार हैं कि बजट सत्र धर्मशाला में ही आयोजित करेंगे। या तो मुख्यमंत्री को अपनी घोषणाओं को क्रियात्मक रूप देने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए या फिर कोरी घोषणाओं के माध्यम से लोगों को गुमराह करना बंद कर देना चाहिए। अपनी असफलताओं के लिए दूसरों को दोष देने की अपेक्षा उन्हें आत्म विवेचन करने की आवश्यकता है।