अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

बद्दी(बीबीएन) —  नगर परिषद बद्दी में अब तक एक छत्रराज करने वाले चौधरी परिवार की कुर्सी खतरे में पड़ गई है। भाजपा सर्मथित पार्षदों ने मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए कांग्रेस सर्मथित एक पार्षद को अपने साथ मिलाकर कांग्रेस को नप से बेदखल करने की चाल चल दी है। मंगलवार को कांग्रेसी पार्षद नरेंद्र दीपा ने भाजपा समर्थित चार पार्षदों निर्मला ठाकुर, संदीप सचदेवा, माया चौधरी व सुषमा कुंडलस के साथ मिलकर डीसी सोलन को नप बद्दी के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सौंप दिया है। अविश्वास प्रस्ताव के बाद नप बद्दी में कांग्रेस खासकर चौधरी परिवार की सियासत पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। बीते 16 वर्र्षों से नप बद्दी पर एकछत्र राज करने वाली कांग्रेस के लिए पहली बार भाजपा ने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं। यह पहली दफा है कि बद्दी में भाजपा के चार पार्षद जीत कर आए हैं। नगर परिषद अध्यक्ष मदन लाल व उपाध्यक्ष मोनिका चौधरी की कुर्सी को सकते में डालने के लिए इन पार्षदों द्वारा शनिवार को ही ताना-बाना बुना जा चुका था। भाजपा समर्थित पाषदों ने एक रणनीति के तहत कांग्रेस के पार्षद नरेंद्र  दीपा को अपने पाले में शामिल किया गया और नगर परिषद पदाधिकारियों के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव देने में सफल रहे। इससे दून की सियासत में हलचल मच गई, क्योंकि मदन चौधरी दून के विधायक चौधरी रामकु मार के सगे भाई है। भाजपा पार्षदों निर्मला ठाकुर, संदीप सचदेवा, माया देवी चौधरी, सुषमा देवी कुंडलस तथा कांग्रेसी समर्थित पार्षद नरेंद्र कुमार दीपा द्वारा डीसी सोलन को अविश्वास की प्रतिलिप सौंप कर नगर परिषद बद्दी में नया अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनने का आग्रह किया है।

नियमों के तहत होगी कार्रवाई

डीसी राकेश कंवर ने बताया कि नप बद्दी के पांच पार्षदों ने मंगलवार सुबह अविश्वास प्रस्ताव सौंपा है। नियमों के तहत आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। नोटिस जारी कर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

कांग्रेस के खेमे में मची हलचल

उपायुक्त सोलन को अविश्वास प्रस्ताव सौंपने की सूचना मिलने के बाद से बद्दी में दिन भर कांग्रेसी खेमे में हलचल मची रही, नप अध्यक्ष ने बाकायदा आपात बैठक बुलाई, जिसमें अगली रणनीति पर चर्चा की गई। दून के विधायक ने भी देर शाम इस मसले पर कांग्रेस के पार्षदों से चर्चा की। जबकि दिन में बद्दी नप के कार्यालय में चेयरमैन मदन चौधरी की अगुवाई में वाइस चेयरमैन मोनिका कौशल, पार्षद सतवीर कौर, पार्षद बंत सिंह व कुछ अन्य खास लोगों के साथ बैठक हुई।

तानाशाही के चलते उठाया कदम

कांग्रेस पार्षद नरेंद्र दीपा का कहना है कि नप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के मनमानी व तानाशाही रवैया के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। उनके वार्ड नंबर-तीन के कई विकास कार्यों को भी नजरअंदाज किया गया। जबकि हाउस टैक्स के विरोध के बावजूद भी तानाशाही रवैया जारी रहा।

धरे रह जाएंगे भाजपा के मंसूबे

अविश्वास प्रस्ताव लाने के मसले पर नप बद्दी के अध्यक्ष चौधरी मदन लाल का कहना है कि घर से कोई रूठ कर जाए तो उसे मना लिया जाता है। रूठे हुए को मनाकर घर वापस लाया जाएगा। भाजपा के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे।