आफिस में बंद किए कर्मचारी

कंडाघाट —  दुग्ध सुधार सभा सोलन द्वारा वाकनाघाट क्षेत्र के लोगों को दूध के पैसे न देने पर गांव के लोगों ने रोष में आकर मंगलवार सुबह सभा के कर्मचारियों को  वाकनाघाट में उन्हीं के कार्यालय में बंद कर दिया। कंडाघाट पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद ही कार्यालय का शटर खोला गया। इस मामले को पुलिस द्वारा सुलझाया गया। जानकारी के अनुसार दुग्ध पशु सुधार सभा सोलन द्वारा वाकनघाट में क्षेत्र के लोगों से दूध लेने के लिए सेंटर खोला गया है। इसे सेंटर में वाकनाघाट सहित आसपास की लगती पंचायतों के लोगों ने जनवरी माह में दूध दिया था, लेकिन सभा द्वारा जनवरी माह के पैसे अभी तक क्षेत्र के लोगों को नहीं दे पाई, जिसके चलते दूध देने वाले लोगों ने रोष में आकर मंगलवार सुबह वाकनाघाट में खोले गए सेंटर में बैठे सभा के कर्मचारियों को ही बंद कर दिया। इस ेंसेंटर में दूध देने वाले रमेश चंद, राकेश, यशवत सिंह, जयकृष्ण, कैलाश, गौरीदत्त ने बताया बताया कि जनवरी माह में उन्होंने व वाकनाघाट व साथ लगते क्षेत्र के लोगों ने वाकनाघाट में खुले सेंटर में दूध दिया था, लेकिन 21 दिन बीत जाने के बाद भी सभा द्वारा दूध के पैसे न देने के चलते रोष में आकर दूध देने वाले लोगों ने सभा के कर्मचारियों को बंद किया। इस घटना की सूचना क्षेत्र के लोगों ने कंडाघाट पुलिस को दी। सूचना मिलते ही कंडाघाट थाने में तैनात हैड कांस्टेबल उमेश अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे व कार्यालय में बंद कर्मचारियों को बाहर निकाला। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गांव के लोगों को आ रही समस्या को सुना। मामले की छानबीन कर रहे हैड कांस्टेबल उमेश ने बताया कि उन्होंने दुग्ध  पशु सुधार सभा सोलन के अध्यक्ष से फोन के माध्यम से बात की तो उन्होंने कहा कि लोगों के जनवरी माह के दूध के पैसे लोगों के अकाउंट में डाल दिए जाएंगे।

चम्मो पंचायत में गाय पर झपटा तेंदुआ

परवाणू-परवाणू के समीप ग्राम पंचायत चम्मो में तेंदुआ के आतंक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। जिससे ग्रामीणों के रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। बीते रविवार को ग्राम पंचायत चम्मो के ग्राम बठोल नजदीक चक्की मोड़ के रहने वाले उद्धव शर्मा के आंगन में बंधी गाय पर अचानक से बाघ ने हमला कर दिया। जिससे गाय घायल हो गई।  शोर सुन जैसे ही ग्रामीण पहुंचे तो बाघ मौके से जंगल की ओर भाग गया।ग्रामीणों ने वन विभाग को भी इस बारे में अवगत करवा दिया है व ग्रामीणों ने वन विभाग से अपील की है कि उक्त तेंदुआ के आतंक से निजात दिलाई जाए।