आबादी 10000, सड़क अब भी कच्ची

ढलियारा —  विधानसभा क्षेत्र देहरा के अंतर्गत आने वाली रोड़ी-कोड़ी से शीतला वाया टिप्परी सड़क आज तक पक्की नहीं हो पाई है। उक्त मार्ग के साथ ग्राम पंचायत बठरा, ग्राम पंचायत टिप्परी, ग्राम पंचायत उझे ख़ास, ग्राम पंचायत वलवाल इत्यादि लगती है और तीनों पंचायतों की जनसंख्या लगभग दस हजार है। स्थानीय ग्राम पंचायत टिप्परी प्रधान धर्म चंद, उपप्रधान जोगिंद्र चंद, ग्राम पंचायत बठरा पंचायत प्रधान अंजु, उझे खास पंचायत सदस्य मलकीत सिंह, विपिन सिह व अन्य गांववासियों सुभाष चंद, रनिया राम, वसीर सिंह, दिलबाग, गोल्डी, रघवीर सिंह, बलबीर सिंह, तरलोक चंद, कमल जीत, पूर्व उपप्रधान ब्रंबर,  तिलक राज, संसार चंद, स्वतंत्रता सेनानी गुलाब सिंह का कहना है कि रोड़ी-कोड़ी से शीतला मंदिर वाया टिप्परी की छह किलोमीटर सड़क की हालत बहुत दयनीय स्थिति में है। लोगों का कहना है कि जसवां परागपुर के विधायक ने चुनावों के समय जनता के साथ एक वादा किया था कि विधायक बनते ही उक्त मार्ग को पक्का करवाकर बस का भी प्रवाधान किया जाएगा, परंतु बस तो दूर अब लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल भरा हो गया है, क्योंकि जरा सी बारिश में कच्चे रास्ते में बड़े-बड़े गड्ढे बन जाते है और पैदल व गाड़ी में चलने वाले व्यक्ति की जरा सी नजर हटते ही दुर्घटना हो जाती है। लोगों का कहना है कि कोई भी अपनी बेटी उक्त पंचायत में नहीं देना चाहता। टैक्सी वाले भी मुंह मांगी रकम मांगते हैं। स्कूल व कालेज के विद्यार्थियों को पांच से छह किलोमीटर पैदल रास्ता तय करके बस सुविधा मिलती है। लोगों का कहना है कि विधायक विक्रम ठाकुर को भी इसके बारे में कई बार अपना दुखड़ा सुना चुके हैं, परंतु उनको सिर्फ  चुनावों के समय जनता की याद आती है। लोगों ने बताया कि चार फरवरी को जसवां-परागपुर में मुख्यमंत्री दौरे के दौरान तीनों पंचायतों के सदस्य इकट्ठे हुए थे। उन्होंने मुख्यमंत्री को दुखड़ा सुनाया और सड़क पक्का करने व उक्त मार्ग पर बस सुविधा के लिए लिखित रूप में प्रस्ताव भी पास किया। मुख्यमंत्री ने उक्त मार्ग को पक्का करने के लिए जनता को आश्वासन दिया था। लोगों का कहना है कि इस बार जसवां-परागपुर से उसी नेता को चुनेंगे जो उनकी समस्याएं सरकार तक पहुंचाए और उन्हें हल भी करवाए। कर्मचारी एवं अन्य कामगार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरेंद्र मनकोटिया का कहना है कि जिला परिषद कन्सर्ड मेंबरों की डीसी के साथ एक बैठक होती है, जिसमें एनओसी पास की जाती है । हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जसवां-परागपुर के विधायक ने उक्त बैठक करने से मना कर दिया था, ताकि इसका श्रेय कांग्रेस को न मिल पाए। परंतु जसवां-परागपुर के दौरे के दौरान जब जनता ने अपना दुखड़ा मुख्यमंत्री को सुनाया तो डीसी आफिस में धूल चाट रही फाइल को निकलने के आदेश दिए थे, अब उक्त फाइल वहां से निकाल ली गई है और इसकी रिपोर्ट फोरेस्ट क्लीयरेंस को भेज दी है और जल्दी ही मार्ग का कार्य शुरू हो जाएगा।