ईएसआई अस्पताल में एक्स-रे मशीन खराब

परवाणू  —  कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल परवाणू में एक्स-रे मशीन के खराब होने की वजह से अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले औद्योगिक इकाइयों कर्मचारियों व सरकारी कर्मचारियों, वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि पिछले 13-14 दिनों से मशीन में खराबी आने से लोगों को एक्स-रे के लिए निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है, जिससे लोगों की जेबें भी हल्की हो रही हैं व समय पर उक्त सुविधा उपलब्ध न होने से मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। परवाणू हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार पर स्थित होने के कारण व बहुत सी औद्योगिक इकाइयों के कर्मचारी व सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं, बच्चों  को इलाज के लिए कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल परवाणू पर ही निर्भर करते हैं। प्रतिदिन उक्त अस्पताल में परवाणू नगर परिषद के लोग व साथ लगती पंचायतों टकसाल, जंगेशु, बनासर, चम्मो, जाबली, नारायणी, प्राथा व कालका-पिंजौर, हरियाणा से भी लोग इलाज के लिए परवाणू आते हैं व यहां से गुजरने वाले राज्य स्तरीय कालका-शिमला व परवाणू-शिमला बाइपास सड़क पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं में घायल होने वाले लोगों को उक्त अस्पताल में आपातकाल में इलाज के लिए दाखिल होना पड़ता है, परंतु वर्तमान में अस्पताल में एक्स-रे मशीन की सुविधा न होने के कारण आपातकाल में घायल मरीजों के इलाज में भी विघन पड़ता है व लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में जब कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल परवाणू के प्रभारी डाक्टर विनोद कपिल से इस बाबत जानकारी मांगी तो उन्होंने एक्स-रे मशीन खराब होने की पुष्टि की और कहा कि एक्स-रे मशीन खराब होने वाले दिन ही मशीन इंजीनियर को बुला कर इसे ठीक करने का आदेश दिया था, लेकिन मशीन का एक पुर्जा उपलब्ध न होने की वजह से मशीन निर्माता कंपनी को मशीन का खराब पुर्जा उपलब्ध करवाने बारे कहा गया था व कंपनी ने इस संबंध में अग्रिम भुगतान पर ही पुर्जा उपलब्ध करवाने की बात कहने पर उन्होंने तुरंत भुगतान कर दिया है। कंपनी बंगलूर में स्थित होने के कारण पुर्जा कूरियर कंपनी के माध्यम से आना है व जैसे ही पुर्जा पहुंच जाएगा, एक्स-रे मशीन को सही करवाकर लोगों की सुविधा के लिए खोल दिया जाएगा व अभी आपातकाल में आने वाले मरीजों को एक्स-रे की सुविधा न होने पर अपनी एंबुलेंस के माध्यम से नजदीकी एक्स-रे केंद्र तक ले जाया जाता है, जिसका भुगतान रोगी कल्याण समिति की निधि से किया जाता है।