ऊना बनेगा सीड हब

केवीके तैयार करेगा तिलहनी-दलहनी फसलों का बीज

पालमपुर – प्रदेश के किसानों को समय पर अच्छी किस्म का बीज आवश्यक मात्रा में उपलब्ध करवाने के लिए जिला ऊना को सीड हब के तौर पर विकसित करने का खाका तैयार किया गया है। कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत स्थापित कृषि विज्ञान केंद्र ऊना के माध्यम से मुख्यतः दलहनी व तिलहनी फसलों के बीज तैयार करने पर बल दिया जाएगा। केंद्र सरकार की योजना के तहत फसलों का बीज अधिक से अधिक संबंधित प्रदेश में ही तैयार किया जाएगा। किसानों को सही समय पर बीज व खाद उचित मात्रा में उपलब्ध हो सके इसके लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे, ताकि किसानों का समय बर्बाद न हो पाए और उन्हें यहां-वहां से घटिया किस्म का बीज खरीदने को मजबूर न होना पड़े। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत कार्य योजना में क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि दलहनी व तिलहनी फसलों का उत्पादन बढ़ सके। कृषि विज्ञान केंद्र ऊना के लिए इस योजना के तहत डेढ़ करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट स्वीकृत किया गया है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिशद के लुधियाणा स्थित कृषि तकनीकि अनुप्रयोग शोध संस्थान की ओर से इस प्रोजेक्ट के लिए जारी 50 लाख रुपए यहां पहुंच चुके हैं। दलहनी व तिलहनी फसलों के बीज के उत्पादन बढ़ाया जाएगा और कृषि विज्ञान केंद्र ऊना के तहत मुख्य तौर पर काला चना व माह आदि फसलों का सालाना सौ क्विंटल अच्छी गुणवत्ता वाला बीज तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।

बीज न मिलने की शिकायतें

प्रदेश में विभिन्न फसलों के लगाए जाने के समय अकसर पूरी मात्रा में अच्छी किस्म का बीज न मिलने की शिकायतें सामने आती रही हैं, जिससे कहीं न कहीं उत्पादन पर प्रभाव पड़ता है जो सीधे तौर पर किसानों के लिए नुकसानदायक रहता है। इस योजना से अब प्रदेश के किसानों के लिए आवश्यक अच्छी किस्म का बीज प्रदेश में ही तैयार करने की संभावनाएं बलवान हुई हैं। जनसंपर्क विभाग के संयुक्त निदेशक डा.हृदयपाल सिंह ने खबर की पुष्टि की है।