एनएच की दौड़ में शाहपुर आगे

सर्किल के 38 हाई-वे प्रोजेक्ट की कंसल्टेंसी के टेंडर फाइनल

हमीरपुर —  नेशनल हाई-वे के नए सड़क मार्गों की कंसल्टेंसी में शाहपुर सर्किल बाजी मार गया है। इस सर्किल के सभी 38 हाई-वे प्रोजेक्टों की कंसल्टेंसी के टेंडर फाइनल हो गए हैं। इनमें दस हाई-वे परियोजनाआें के लिए अवार्ड लैटर जारी करने की सिफारिश केंद्रीय मंत्रालय को भेजी जा रही है। इस सर्किल के तहत चंबा, कांगड़ा, मंडी, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर तथा कुल्लू के राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं। इन सात जिलों के लिए केंद्रीय सड़क एवं भूतल मंत्रालय ने 38 नए राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किए हैं। इनकी डीपीआर और भू-अधिग्रहण के लिए कंसल्टेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया जुलाई, 2016 से जारी है। केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश में 59 नए नेशनल हाई-वे घोषित किए हैं। इनमें 38 राष्ट्रीय मार्ग शाहपुर सर्किल और 21 शिमला सर्किल के शामिल हैं।  इन नए मार्गों की डीपीआर बनाने और भू-अधिग्रहण के लिए केंद्र ने कंसल्टेंट नियुक्त करने का दायित्व राज्य को सौंपा है। इस कड़ी में प्रदेश सरकार ने टेंडर प्रक्रिया आरंभ की है। पहले चरण की टेंडर प्रक्रिया में अधिकतर एनएच परियोजनाआें के लिए कंसल्टेंट ने दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। एक दर्जन एनएच परियोजनाआें के लिए मात्र एक ही निविदा प्राप्त हुई थी। इस कारण पहले प्रयास में कंसल्टेंट के टेंडर नहीं खुल पाए हैं। अहम है कि शाहपुर सर्किल के दस मार्गों की तमाम औपचारिकताएं पूरी कर इनके अवार्ड लैटर जारी करने की अनुमति नेशनल हाई-वे ने केंद्रीय भूतल मंत्रालय से मांगी है। सभी मार्गों की कंसल्टेंसी फाइनल करने के लिए राज्य सरकार ने 31 मार्च की डेडलाइन निर्धारित की है। एनएच के अधीक्षण अभियंता सतीश नाग का कहना है कि शाहपुर सर्किल के घोषित किए गए सभी 38 हाई-वे प्रोजेक्टों के टेंडर खोल दिए गए हैं।

नहीं दिखाई दिलचस्पी

केंद्रीय सड़क मंत्रालय से मान्यता प्राप्त कंसल्टेंट ही टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा ले सकते हैं। सैकड़ों कंसल्टेंट केंद्रीय मंत्रालय से अधिकृत हैं। प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों और नए मार्गों की कम लंबाई होने के कारण कंसल्टेंट ने एनएच प्रोजेक्ट के प्रति दिलचस्पी नहीं दिखाई।