कसौली में करोड़ों की बेनामी संपत्ति

दुबई में रह रहे कारोबारी ने स्थानीय दो लोगों के नाम पर राजगढ़ में खरीदी जमीन

कसौली   – दुबई में रहने वाले एक  कारोबारी ने कसौली मेें करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्ति खरीदी है। यह संपत्ति कसौली के ही दो कृषकों के नाम से पंजीकृत है। इस मामले का खुलासा गुरुवार को उस समय हुआ, जब आयकर विभाग शिमला की टीम उक्त दोनों कृषकों का राजस्व संबंधी रिकार्ड लेने के लिए तहसील कार्यालय कसौली पहुंची। जानकारी के अनुसार आयकर विभाग  को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली थी कि कसौली का एक कारोबारी  अरसे से दुबई में रह रहा है। इस कारोबारी ने नाहरी पंचायत के तहत आने वाले छटोन गांव के दो कृषकों के नाम पर कसौली व आसपास के क्षेत्रों में करोड़ों रुपए की जमीनें खरीदी हैं। अब तक हुई जांच में बताया जा रहा है कि उक्त कारोबारी ने जिन दो कृषकों के नाम से जमीनों की खरीद-फरोख्त की है, उन्होंने आयकर रिटर्न ही नहीं भरी है, जिसके बाद आयकर विभाग का शक और भी अधिक पुख्ता हो गया। गरीब परिवार से संबंध रखने वाले इन दोनों कृषकों के पास करोड़ों रुपए कहां से आया। इस मामले की जब छानबीन की गई तो पता चला कि कसौली का एक कारोबारी  अरसे से दुबई में रह रहा है। उसने इन दोनों के नाम पर करोड़ों रुपए की जमीनों की खरीद-फरोख्त की है। बताया यह भी जा रहा है कि इन दोनों कृषकों के नाम से राजगढ़ व आसपास के क्षेत्रों में भी जमीनों की खरीद हुई है। गुरुवार को आयकर विभाग की टीम ने गुप्त रूप से तहसील कार्यालय कसौली में दबिश दी है। टीम के सदस्यों ने कारोबारी की कसौली स्थित संपत्ति का रिकार्ड अपने कब्जे में लिया है, जबकि इसके अलावा जिन दो कृषकों के नाम से जमीनों का पंजीकरण हुआ है, उससे संबंधित भी सभी दस्तावेज आयकर की टीम ने अपने कब्जे में ले लिए हैं। दिन भर आयकर विभाग की टीम तहसील कार्यालय में जमीनों के दस्तावेज खंगालती रही। इस कार्रवाई के बाद कसौली तहसील कार्यालय में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि जांच में करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्तियों का खुलासा हो सकता है। कसौली क्षेत्र में यह आयकर विभाग की एक बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है। कई वर्षों से कसौली बेनामी संपत्तियों के लिए चर्चा में रहा है। एक बार फिर से इस क्षेत्र में करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्ति होने का खुलासा हुआ है। तहसीलदार कसौली केश्वा राम ने बताया कि गुरुवार को आयकर विभाग की टीम कार्यालय पहुंची थी। टीम ने दो स्थानीय कृषकों का राजस्व संबंधित रिकार्ड लिया है।