कसौली में खुले एसडीएम आफिस

जनप्रतिनिधियों ने सरकार से की मांग; बोले, लोगों को काम करवाने के लिए झेलनी पड़ती हैं दिक्कतें

कसौली — कसौली विधानसभा क्षेत्र में एसडीएम कार्यालय न होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसको खोलने को लेकर जनप्रतिनिधि भी अब आवाजें उठाने लगे हैं। वर्तमान में लोगों को एसडीएम कार्यालय के कार्यों के लिए कई किलोमीटरों की दूरी तय कर सोलन जाना पड़ रहा है। इससे जहां लोगों को समय का नुकसान होता है, वहीं आर्थिक नुकसान का भी सामना करना पड़ता है। सोलन जिला के सभी विकास खंडों एसडीएम कार्यालय है, जबकि कसौली में आज तक एसडीएम कार्यालय नहीं खुल पाया है। नाहरी पंचायत प्रधान राम सिंह, जंगेशु पंचायत प्रधान मालती देवी, गनोल पंचायत प्रधान निर्मल शर्मा, उपप्रधान पतराम, कसौली-गढ़खल वार्ड के जिला परिषद सदस्य चैन सिंह, निर्मल ग्राम पंचायत नाहरी के पूर्व उपप्रधान व युवक मंडल मध्याना के प्रधान मनमोहन, धर्मपुर पंचायत प्रधान ओमप्रकाश पंवर, जाबली पंचायत वार्ड सदस्य जयदेव अत्री, बीडीसी धर्मपुर के उपाध्यक्ष सोहन सिंह भट्टी, छावनी वार्ड सदस्य देवेंद्र गुप्ता, राजीव भारती, वरिष्ठ नागरिक सुरेंद्र जैन, शेषपाल शर्मा, शक्ति युवा मंडल समोल के प्रधान मदन शांडिल, अशोक कौशिक, मोहन लाल शर्मा आदि का कहना है कि उन्हें एसडीएम कोर्ट से संबंधित अन्य कार्यों की करवाने के लिए सोलन जाना पड़ता है। ऐसे में यदि कसौली में ही एसडीएम कार्यालय खुल जाए तो लोगों की अधिकतर समस्याएं मौके पर ही निपट जाएंगी। प्रदेश कांग्रेस महासचिव विनोद सुल्तानपुरी का कहना है कि कसौली निर्वाचन क्षेत्र में एसडीएम कार्यालय खोलना समय की मांग है। पहले भी प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष इस मांग को उठाया गया है, आगे भी उठाया जाएगा।

विधायक प्राथमिकता बैठक में उठाया है मसला

कसौली के विधायक डा. राजीव सैजल का कहना है कि शिमला में मुख्यमंत्री के साथ हुई विधायक प्राथमिकताओं की बैठक में अपनी विधायक प्राथमिकता में कसौली में एसडीएम कार्यालय खोलने की मांग को रखा है।

मार्च तक पूरे करें सभी विकास कार्य

दाड़लाघाट — ग्राम पंचायत दाड़लाघाट की बैठक प्रधान सुरेंद्र शुक्ला की अध्यक्षता में की गई। बैठक में पंचायत द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों बारे समीक्षा की गई। बैठक में सभी सदस्यों से आग्रह किया गया कि वे  अपने-अपने वार्डों में 14वें वित्त आयोग के अंतर्गत आने वाले सभी बचे कार्यों को मार्च 2017 तक पूर्ण कर लें। बैठक में यह भी बताया गया कि 17 फरवरी को दाड़ला पंचायतघर में चिल्लारुओं से कोयले बनाने की विधि सिखाई जाएगी। इस कार्य के लिए एकदिवसीय प्रशिक्षण शिविर लगाया जा रहा है, जिसमें मंडी सुंदरनगर से विशेषज्ञ टीम चिल्लारुओं से कोयला बनाने का प्रशिक्षण देने आएगी। बैठक में उपप्रधान लेखराज चंदेल, नरेंद्र चौधरी, अरुण गौतम, पुष्पेंद्र शर्मा, मदन लाल, विमला, अदिति, मीरा, कांता, विंता आदि सदस्यों ने भाग लिया।