कहानी से कम नहीं हरभजन की जिंदगी

By: Feb 13th, 2017 12:02 am

भारत-पाकिस्तान बंटवारे ने दोराहे पर ला डाली महिला

अमृतसर  – 86 वर्षीय हरभजन कौर भारत-पाकिस्तान बंटवारे में बंट गई थीं। 1946 में उनकी लाहौर में शादी हुई थी। बंटवारे के आतंक में भारत लौटते समय उसके ससुराल वाले दंगे की भेंट चढ़ गए। हरभजन की जान कराची के अफजल खां ने बचाई। हरभजन का धर्म परिवर्तन करके शहनाज बेगम नाम रखा गया। इसी दौरान उनकी छह संतानें हुईं। यह कहानी ऐसी सिख लड़की की है, जो 1946 में ब्याह कर अमृतसर से लाहौर गई। 1947 भारत-पाकिस्तान बंटवारे में पाकिस्तान से भारत लौटते समय उसके ससुराल वाले दंगे की भेंट चढ़ गए, लेकिन उसे एक मुस्लिम युवक ने बचा लिया। धर्म का परिवर्तन हुआ तो सिख लड़की मुस्लिम बन गई। लेकिन कहानी में दिलचस्प मोड़ तब आया, जब 1962 में पाकिस्तान से वह अपने मायके अमृतसर लौटी।  मायके वालों ने उसे दोबारा पाकिस्तान नहीं जाने दिया। पाकिस्तान में उसकी छह संतानें थीं। उन संतानों को मिलने के लिए किस तरह वह पाकिस्तान पहुंची, तब उसकी उम्र 86 वर्ष हो गई थी और तब तक पाकिस्तान में उसकी छह संतानों, एक बेटे की मौत हो गई है। कुल 42 बच्चे हैं, जिन्होंने उन्हें कभी देखा नही है, लेकिन सब दादी अम्मी कहते हैं। हरभजन कौर से शहनाज बेगम बनने की सारी कहानी परिवार वालों ने सुन तो ली, लेकिन उसे पाकिस्तान जाने नहीं दिया। अमृतसर में उसकी दोबारा शादी गुरबचन सिंह से कर दी गई। गुरबचन सिंह से हरभजन कौर ने एक बेटे को जन्म दिया। बेटे का नाम रोमी रखा। रोमी भी बड़ा होने लगा। उधर, भारत में रहकर पाकिस्तान में अपने बच्चों से मिलने की ललक ने हरभजन कौर को कभी चैन से सोने नहीं दिया। अक्सर वो अपनी बातें बेटे रोमी को बताती रहती थीं। हरभजन कौर का बेटा रोमी भी मां के सपनों को पूरा करने की कोशिश करता रहा।

सोशल मीडिया बना सहारा

हरभजन कौर के बेटे रोमी ने पाकिस्तान के उर्दू अखबार में विज्ञापन दिया। हरभजन कौर को अपने पाकिस्तानी पूर्व शौहर का नाम, पता मालूम था। यह इश्तहार पाकिस्तान के सोशल मीडिया में वायरल हुआ कि एक भारतीय महिला अपने पति को ढूंढ रही है। सोशल मीडिया से यह बात हरभजन कौर की बड़ी बेटी खुर्शीदा बेगम तक पहुंची। खुर्शीदा मां से मिलने कनाडा गई। कनाडा में हरभजन कौर से मिलने के बाद खुर्शीदा ने पाकिस्तान से वीजा लगवाया। हरभजन कौर व उसका बेटा दोनों सात फरवरी को पाकिस्तान पहुंचे हैं।


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