चकाचक हो रहा तारादेवी मंदिर मार्ग

नालागढ़  —  नालागढ़ के प्रसिद्ध तारादेवी मंदिर को जाने वाले मार्ग के दिन बहुरने लगे है। एमएनपी फंड के तहत पांच लाख रुपए की धनराशि से चल रहे सड़क का 50 फीसदी कार्य हो चुका है, जिसे लोक निर्माण विभाग मार्च तक पूर्ण करवाने के लिए प्रयासरत है। 600 मीटर के इस मार्ग को अब पूरी तरह से लोगों की सुविधा के अनुकूल बनाया जा रहा है, जिसके तहत इस मार्ग के पहले चरण में सोलिंग कार्य, जबकि द्वितीय चरण में इसकी मैटलिंग व टायरिंग का काम किया जा रहा है। नालागढ़-बारियां मार्ग से मंदिर के लिए जाने वाला रास्ता कच्चा था, जिसमें गड्ढे ही गड्ढे उभरे थे, लेकिन अब मार्ग पक्का करके इसकी टायरिंग व सोलिंग का काम प्रगति पर चला हुआ है। एमएनपी प्रोग्राम के तहत इसके लिए धनराशि का प्रावधान करवाया गया है, ताकि लोगों को मंदिर तक जाने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। बता दें कि नालागढ़ शहर से करीब तीन किलोमीटर दूर स्थित तारादेवी मंदिर में श्रद्धालु सड़क व पगडंडी के रास्ते से मां तारा देवी के दर शीश नवाने पहुंचते है। वाहन योग्य बनाए गए मार्ग की हालत खस्ता होने के कारण इस पर वाहन चलान किसी मुसीबत से कम नहीं होता था। क्षेत्र के पुरातत्व धरोहरों के जानकार सुरजीत डंडोरा के मुताबिक नालागढ़ राजघराने से तालुक्क रखने वाले तत्कालीन बिलासपुर के राजा ताराचंद ने 1645 में नालागढ़ में तारा देवी मंदिर की स्थापना की थी, जो रियासत के पूर्व राजा विजयेंद्र सिंह के पूर्वज राजा शिशुपाल के वंशज थे और चंदेरी से आकर नालागढ़ पर शासन किया था और मां तारा देवी की मूर्ति स्थापित की और बाद में नालागढ़ की महारानी ने लगभग दो सौ वर्ष पूर्व इस जगह मंदिर भवन का निर्माण करवाया था। मान्यता है कि यदि सच्चे मन से कोई कामना करता है तो उसकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है। क्षेत्र के श्रद्धालुओं की आस्था के प्रति मंदिर में शीश नवाने भारी सं या में लोग जाते है, लेकिन खस्ताहाल मार्ग उन्हें हमेशा ही परेशानी देता रहा है। मंदिर के पुजारी विवेक, प्रबंधक असीम शर्मा, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष नरदीप शर्मा ने कहा कि इस मार्ग के पक्का होने से निश्चित तौर पर श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा। लोक निर्माण विभाग नालागढ़ के एक्सईएन एसके अत्री ने कहा कि तारादेवी मंदिर मार्ग के लिए एमएनपी के तहत स्वीकृत पांच लाख की धनराशि से कार्य युद्धस्तर पर चला हुआ है, जो कि 50 फीसदी मुकम्मल कर दिया गया है।