चिंतपूर्णी मंदिर में घटी चढ़त

चिंतपूर्णी —  उत्तरी भारत के विख्यात शक्तिपीठ धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी मंदिर की आय 2016 में करीब डेढ़ करोड़ रुपए कम हो गई है। यह खुलासा सूचना के अधिकार के तहत पत्र संख्या 85/17 दिनांक 24 जनवरी, 2017 में हुआ है। आरटीआई एक्टिविस्ट रजनीश सौंखला ने प्रदेश सरकार से मामले की गंभीरता को देखते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रदेश के सबसे ज्यादा चढ़ावे वाले मंदिर में कुछ वर्षों से आय में वृद्धि नहीं हो रही है। वर्ष 2014 के मुकाबले वर्ष 2016 में मंदिर की आय में एक करोड़ 45 लाख, 76 हजार, 673 रुपए 70 पैसे की कम आमदनी हुई है। वर्ष 2014 में मंदिर न्यास को कुल 34 करोड़, 63 लाख, 31 हजार, 371 रुपए आय अर्जित हुई थी,  जबकि 2016 में यह आय घटकर 33 करोड़, 17 लाख, 54 हजार, 697 रुपए, 50 पैसे तक सिमट गई है। वर्ष 2014 के मुकबले वर्ष 2016 में न्यास को एक करोड़, 45 लाख कम आय प्राप्त हुई है। जबकि वर्ष 2015 में 32 करोड़, 47 हजार 119  रुपए 50 पैसे की आय अर्जित हुई है। आरटीआई एक्टिविस्ट रजनीश सौंखला ने बताया कि वर्ष 2008 से लेकर वर्ष 2012 में मंदिर की आय में प्रतिवर्ष 25 से 30 प्रतिशत वृद्धि हुई, जबकि अगले कुछ वर्षों में आंशिक वृद्धि नकद चढ़ावे में दर्ज हुई है, परंतु वर्ष 2016 में एक करोड़, 45 लाख की आय में कमी होना एक गंभीर जांच का विषय है। रजनीश सौंखला ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से सारे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उधर मंदिर कमिश्नर एवं उपायुक्त विकास लाबरु ने इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं दी है।