चौहटा में तड़प-तड़प कर सुपरवाइजर की मौत

मंडी, नेरचौक  —  लोग समझते रहे कि कोई शराबी मदहोशी के आलम में गिरा है और किसी ने उस तरफ ध्यान नहीं दिया, लेकिन एक व्यक्ति की मंडी शहर के ससबे व्यस्त चौहटा में जान चली गई। अगर कोई सही तरह से ध्यान देता या शराबी समझ कर भी आगे सहायता के लिए बढ़ता तो एक जिंदगी को बचाया जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। चौहटा से 100 मीटर की दूरी पर अस्पताल मौजूद था, लेकिन शराबी समझ कर सब देखते रहे और समय रहते कोई आगे नहीं आया। इस कारण बिना किसी वजह व परिचय के किसी झंझट में पड़ने के चक्कर में लोगों की भीड़ के बीच मंडी के चौहटा के एक व्यक्ति हार्ट अटैक के बाद तड़फ कर दम तोड़ दिया। बाद में जब एक दुकानदार को कुछ अजीब लगा तो उन्होंने जाकर देखा तो उक्त व्यक्ति की मौत हो चुकी थी। फिर पता चला कि मरने वाला नगर परिषद नेरचौक में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत्त था। यह हादसा लगभग दोपहर 2:30 बजे के आसपास मंडी के चौहटा बाजार में हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर परिषद नेरचौक में सेनीटेशन सुपरवाइज़र के पद पर कार्यरत राजेंद्र कुमार वार्ड दस गांव जमसाई सरकाघाट का रहने वाले थे। हृदय गति रुकने से राजेंद्र कुमार चौहटा बाजार में ही गिर गए और मौके पर ही दम तोड़ दिया। मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि मृतक राजेंद्र कुमार ऑन ड्यूटी नगर परिषद नेरचौक के कार्य करवाने हेतु कार्यकारी अधिकारी से मिलने मंडी गए हुए थे और चौहटा में हार्ट अटैक के बाद गिर गए और मौत हो गई। लगभग 52 वर्षीय मृतक राजेंद्र कुमार की मौत पर नेरचौक नगर परिषद के पार्षदों ने गहरा शोक प्रकट किया है। घटना के बाद लोगों द्वारा मामले के सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने इस संबंध में अगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। उधर, मंडी कार्यकारी अधिकारी ऊर्वशी वालिया ने बताया कि नेरचौक नगर परिषद के कार्यों को निपटाने हेतु राजेंद्र कुमार मेरे पास आए हुए थे, लेकिन दुर्भाग्यवश उनकी मौत हो गई।