टीएमसी की एमर्जेंसी पर मेन फोकस

नए एमएस डा.वाईडी शर्मा बोले, स्टाफ के सहयोग से हर काम बनाया जाएगा आसान

टीएमसी —  डा. वाईडी शर्मा टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के नए मेडिकल सुपरिंटेंडेंट होंगे। उन्होंने टीएमसी में पदभार संभाल लिया।  वह इससे पहले कुल्लू जिला में बतौर सीएमओ सेवाएं दे रहे थे। इसके साथ ही टीएमसी में बतौर एमएस सेवाएं दे रहे डा. विनय महाजन का सिविल अस्पताल पालमपुर तबादला कर दिया गया। डा. वाईडी शर्मा ने रविवार को ‘दिव्य हिमाचल’ से विशेष बातचीत में टीएमसी में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी और चुनौतियों पर विचार साझा किए। टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में आने वाला हर मरीज डाक्टरों द्वारा प्रोपर्ली अटेंड हो यह एजेंडा डा. शर्मा की प्राथमिकता में रहेगा। एमर्जेंसी सेवाओं पर उनका खास फोकस रहेगा। चंबा जिला के तीसा (चुराह) से ताल्लुक रखने वाले डा. शर्मा एक साधारण परिवार में जन्मे व पले-बढ़े। वह कहते हैं कि कई बार जानकारी के अभाव में गरीब उस सुविधा से छूट जाते हैं जो उन्हें मिलनी चाहिए। इसलिए प्रयास किया जाएगा कि गरीबों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दी जाए। डा. शर्मा बताते हैं कि सरकारों ने गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए जो योजनाएं बनाई हैं, उसका लाभ उन्हें मिले इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा। प्रदेश के दूसरे मेडिकल कालेज टीएमसी में चुनौतियों को लेकर पूछे गए सवाल पर डा. शर्मा ने बताया कि अस्पताल स्टाफ के सहयोग से वह हर कार्य को सरल बनाने का प्रयास करेंगे। डा. वाईडी शर्मा पदभार संभालने के बाद कुछ दिन के अवकाश पर हैं। वह 20 फरवरी से निरंतर यहां सेवाएं देंगे।

चुराह के पहले डाक्टर बनने का गौरव

स्वास्थ्य महकमे में 32 वर्ष का लंबा अनुभव रखने वाले डा. शर्मा बताते हैं कि जिस क्षेत्र से वह ताल्लुक रखते हैं, वहां कोई डाक्टर नहीं था। उन्होंने बीमारी के दौरान इलाज के अभाव में मरीजों को तड़पते हुए देखा था। इसलिए निर्णय किया था कि डाक्टर ही बनूंगा। उनके दृढ़ संकल्प और मेहनत का परिणाम था कि वह अपने क्षेत्र से पहले डाक्टर बने।